छपरा : जीआर की राशि अबतक नहीं मिलने से नाराज प्रखंड के कोरेया पंचायत के सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने सीओ का घेराव कर जमकर धुनाई की. पुलिस कर्मियों ने बीच बचाव कर उन्हें महिलाओं के बीच से निकाला. घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि जीआर की राशि नहीं मिलने से नाराज प्रखंड के कोरेया पंचायत की सैकड़ों की तादात में महिलाएं प्रखंड सह अंचल कार्यालय का घेराव किया.
सीओ के खिलाफ रोषपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए प्रखंड मुख्यालय एसएच-104 भेल्दी-अमनौर के रास्ते से आ रहे थे. वहीं उसी रास्ते से अमनौर सीओ सुशील कुमार अपने सरकारी गाड़ी से भेल्दी की तरफ जा रहे थे. जैसे ही महिलाओं की नजर उन पर गई वे सभी गाड़ी को घेर लिया और अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी करते हुए जबरन अंचल कार्यालय लौटने का फरमान जारी कर दिया. गुस्साए भीड़ को देख डरे सहमे सीओ व उनका चालक भीड के साथ अंचल कार्यालय लौट रहे थे तभी चालक ने चालाकी चालाकी से साथ गाड़ी थाना परिसर में घुसा दिया. सीओ के गाड़ी से निकलते ही महिलाएं टूट पड़ी. चप्पल व मुक्के चलाने लगे.
इस मौके पर मौजूद थानाध्यक्ष विश्वमोहन राम व अन्य पुलिसकर्मी बीच बचाव कर सीओ को महिलाओं से छुडाया. जिस दौरान थानाध्यक्ष व पुलिसकर्मियों को भी महिलाओं के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा. फिर भी नाराज महिलाएं जीआर की राशि को लेकर उग्र थे. अंततः अमनौर सीओ को मौके पर महिलाओं को आश्वासन देना पडा कि पंद्रह दिनों के अंदर सभी के खाते में जीआर की राशि भेज दिए जाएंगे. तब जाकर महिलाएं शांत हुई.
महिलाओं का कहना था कि कोरोना व बाढ़ की त्रासदी से सबकुछ बर्बाद हो गया है. अगस्त माह में आई बाढ़ से घरे क्षतिग्रस्त हो गई है. हमलोग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. अंचल कार्यालय के दलालों द्वारा दो से तीन हजार की मांग की जा रही है. इस प्रकार का खुला खेल हो रहा है पैसा देने पर 24 घंटे के अंदर जीआर की राशि खाते में भेज दिया जा रहा है. इसको लेकर आधा दर्जन पंचायत के लोगों द्वारा अंचल कार्यालय का घेराव किया जा चूका है.
इधर, सीओ सुशील कुमार ने बताया कि एक ही परिवार के सभी सदस्यों का नाम दे दिया गया है. जिसकी जांच किया जा रहा है. जिस कारण जीआर की राशि भेजने में देर हो रही है. प्रदर्शन के नाम पर मेरे साथ इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया है. पुलिस नहीं रहती तो मेरे साथ अनहोनी हो सकती थी. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने पर विचार हो रहा है. इस घटना को लेकर वरीए पदाधिकारियों को सुचना किया गया है. वहीं थानाध्यक्ष विश्वमोहन राम ने बताया कि इस मामले में सीओ द्वारा आवेदन नहीं मिला है. अगर आवेदन मिलती हैं तो दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा.