GAYA : जिले के मानपुर प्रखंड अंतर्गत भदेजा मौजा में एक बड़े भूखंड पर विगत कई सालो से रजिस्ट्री पर अनावश्यक रोक लगा दिया है। जिस कारण सैकड़ों लोग अब आमरण अनशन पर बैठेंगे। वहीं इस मामले को लेकर लोगों का कहना है कि ,रजिस्ट्री पर रोक की वजह से हमें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में रैयतधारी रंजीत कुमार ने बताया कि, उच्च न्यायालय से पारित आदेश के बाद भी एडीएम जमीन की रजिस्ट्री पर लगी रोक को हटाने के लिए कार्य करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। जिसके कारण स्थानीय रैयत धारी काफी परेशान हैं। और मानपुर अंचल से जिला भेजी गई रिपोर्ट में यह साफ अंकित है की भदेजा मौजा में वन विभाग की कोई भूमि नही है।
इस मामले को लेकर हमलोग उच्च न्यायालय भी गए। जिसके बाद वर्ष 2006 में न्यायालय ने हमारे पक्ष में फैसला सुनाया। इसके बावजूद रजिस्ट्री पर लगी रोक नही हटाई गई। वहीं दर्जनों बार अधिकारियो से मिलने के बाद भी रजिस्ट्री नही शुरू हुई। मानपुर प्रखंड के भदेजा प्लॉट नंबर 14, 31,13 में जमीन खरीद कर अपनी बेटी की शादी करना चाहते है ,लेकिन अधिकारियो की मनमानी के कारण बेटी की शादी नही हो पा रही है।
वहीं पीड़ित सौरभ कुमार ने बताया कि ,जिस चीज को आधार बनाकर जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगाई गई है, उसे उच्च न्यायालय के द्वारा खारिज कर दिया गया है। बावजूद इसके रजिस्ट्री पर लगी रोक नहीं हटाई गई। इतना ही नहीं हमारे दोनों पैर में रॉड लगा हुआ है , तबीयत ठीक नहीं रहती ,जमीन बेचकर अपना इलाज कराना चाहते हैं। लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है।
इसके साथ ही सौरभ कुमार ने बताया कि ,कई बार जिलाधिकारी के जनता दरबार में गए। लेकिन जिलाधिकारी के द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया गया। इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं लाचार होकर अब हमलोग आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर है। बता दें आगामी 27 अप्रैल से सभी पीड़ित लोग आमरण अनशन पर बैठेंगे। इस मौके पर रैयतधारी संजय कुमार, मुकेश कुमार, रंजीत कुमार, सौरव कुमार, चिंटू कुमार, अजय सिंह सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।
गया से संजीव कुमार सिन्हा की रिपोर्ट