मधुबनी : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर 30 जनवरी को नए कृषि कानून सहित किसानों की अन्य मांगों को लेकर महागठबंधन की ओर से मधुबनी जिला के जयनगर में महागठबंधन के नेता प्रदीप प्रभाकर के नेतृत्व में मानव श्रृंखला बनाया गया. पत्रकारों से बातचीत करते हुए राजद के वरिष्ट नेता प्रदीप प्रभाकर ने कहा कि कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए से मानव श्रृंखला में लोग एक घंटा दिन के 12 से एक बजे तक सड़क किनारे दो गज की दूरी बहाल रखते हुए मास्क का प्रयोग किया गया.
पूंजीवादियों को फायदा पहुंचाने वाली केंद्र सरकार देश के किसानों की हकमारी कर रहीं है. मानव श्रृंखला के माध्यम से केंद्र सरकार को कृषि बिल के जरिए किए गए गलतियों को सुधारने का मौका दिया जा रहा है. गलतियों को सुधारने के बजाय केंद्र सरकार की अड़ियल रवैया के खिलाफ मशाल जुलूस से चरणबद्ध आंदोलन शुरू की जाएगी.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वर्ष 2006 में किसानों के हित से जुड़ी बोर्ड को बंद कर दिया गया. नीतीश सरकार के 15 वर्षों में किसानों का पतन हुआ है. इस अवसर पर राजद नेता अमित यादव ने कहा आजादी के वर्षों बाद भी खेतिहर मजदूरों के हालतों में सुधार नहीं हो पाई है. लॉकडाउन के चलते परेशानी और बढ़ गई है. लोगों को काम नहीं मिल पा रहा है. मनरेगा योजना भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गया है. आज भी बड़े पैमाने पर गरीब मजदूर राशन कार्ड से वंचित है. बास के लिए जमीन नहीं मिल पाया है, जिसके चलते कई मूलभूत सुविधाओं से वंचित है.
इस अवसर पर राजद के प्रखंड अध्यक्ष अमित यादव,युवा नेता सचिन चौधरी, सुजीत यादव, भाकपा नेता भूषण सिंह, राणा प्रताप सिंह, चन्देश्वर प्रसाद यादव और मोहम्मद असलम सहित कई लोग शामिल थे.
पप्पू पूर्वे की रिपोर्ट