पटना : आरआरबी-एनटीपीसी की परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप के बाद इस मामले में जांच के लिए बुधवार को रेलवे बोर्ड की हाई पावर कमेटी पटना पहुंची. इस उच्चाधिकार समिति में अध्यक्ष के रूप में रेलवे बोर्ड में कार्यरत प्रधान कार्यकारी निदेशक (औद्योगिक संबंध) दीपक पीटर, सदस्य सचिव के रूप में रेलवे बोर्ड में कार्यरत कार्यकारी निदेशक स्थापना (आरआरबी) राजीव गांधी जबकि सदस्य के रूप में तीन लोगों को नामित किया गया है. इनमें पश्चिम रेलवे के मुख्य कार्मिक अधिकारी (प्रशासन) आदित्य कुमार, रेलवे भर्ती बोर्ड (चेन्नई) के अध्यक्ष जगदीश अलगर और रेलवे भर्ती बोर्ड (भोपाल) के अध्यक्ष मुकेश कुमार गुप्ता शामिल हैं.
पहले दिन बुधवार को उच्चाधिकार समिति के सदस्य एनटीपीसी सीबीटी-1 के परिणाम से जुड़ी छात्रों की शंकाओं/सुझावों को जानने के लिए रेलवे भर्ती बोर्ड, महेन्द्रूघाट, पटना में खोले गए ‘आउटरीच कैंप’ पहुंचे. यहां निरीक्षण किया और ‘पस्थित लगभग 250 परीक्षार्थियों से मिलकर उनकी बातों को सुना. इस दौरान रेलवे भर्ती बोर्ड, पटना और मुजफ्फरपुर के चेयरमैन भी उपस्थित थे. इसके बाद उच्चाधिकार समिति दानापुर मंडल में खोले गए ‘आउटरीच कैंप’ में पहुंची. यहां उपस्थित लगभग 10 परीक्षार्थियों से मिलकर उनकी बातों को सुना.
16 फरवरी तक भेजें शिकायत या सुझाव
बता दें कि रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा 14-15 जनवरी 2022 को जारी गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (एनटीपीसी) की केंद्रीकृत रोजगार अधिसूचना सीईएन 01/2019 के प्रथम चरण कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी-1) के परिणामों के संबंध में उम्मीदवारों द्वारा उठाई गई चिंताओं और शंकाओं पर विचार करने के लिए एक उच्चाधिकार समिति का गठन किया गया है. उम्मीदवारों को शिकायतों को भेजने के लिए 16 फरवरी तक का समय दिया गया है और समिति इन शिकायतों की जांच करने के बाद चार मार्च तक अपनी सिफारिशें प्रस्तुत करेगी. उम्मीदवार अपनी चिंताओं और सुझावों को [email protected] पर समिति को भेज सकते हैं. इसके अलावा पूर्व मध्य रेल के मंडलों आदि में ‘आउटरीच कैंप’ खोला गया है. अभ्यर्थियों यहां भी अपनी शिकायतों/सुझावों को दर्ज करा सकते हैं.