द एचडी न्यूज डेस्क : कोरोना का कहर जारी है. बिहार में भी कोरोना पूरी तरह हावी है. बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या 426 गई है, जबकि दो लोगों की मौत हुई है. बिहार के करीब 30 जिला कोरोना से संक्रमित है. इसी को देखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हाईलेवल मीटिंग कर रहे हैं. सीएम के साथ डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी और मुख्य सचिव दीपक कुमार भी मौजूद थे.
लॉकडाउन में परदेस में फंसे मजदूरों और छात्रों को अपने-अपने राज्य में वापसी को लेकर केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस संबंध में बुधवार को हीं गाइडलाइन जारी कर दिए हैं. भारत सरकार द्वारा आदेश जारी किए जाने के बाद बिहार के छात्रों-मजदूरों की वापसी का रास्ता क्लियर हो गया है.
सीएम नीतीश की हाईलेवल बैठक
अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज हाईलेवल मीटिंग कर रहे हैं. मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव/प्रमंडलीय आयुक्त/रेंज के पुलिस महानिरीक्षक/पुलिस उप महानिरीक्षक/जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के साथ कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति तथा अन्य आवश्यक तैयारियों के संबंध मे समीक्षा कर रहे हैं. सीएम सभी जिलाधिकारियों से यह पता लगा रहे हैं कि जब बाहर से लोग आएंगे उनकी जांच से लेकर कोरेंटाइन करने की क्या व्यवस्था है. इन सभी बिंदूओं पर चर्चा कर रहे हैं. आज की बैठक के बाद सीएम नीतीश बाहर फंसे लोगों को कैसे लाना है इस पर आगे की रणनीति तैयार करेंगे.
सरकार ने 19 अधिकारियों को बनाया है नोडल अधिकारी
केंद्र सरकार के आदेश के बाद अब बिहार सरकार की परेशानी बढ़ गई है. सरकार को चिंता सता रही है कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में जो लोग बाहर फंसे हैं उनकों वापस कैसे लाया जाए. नीतीश सरकार ने संबंधित राज्यों से को-ऑडिनेशन को लेकर 19 आईएएस अधिकारियों को जिम्मा दिया है. सरकार की यह कोशिश रही कि जो अधिकारी जिस राज्य से जुड़े हों उन्हें वहां का नोडल अधिकारी का जिम्मा दिया जाए. काफी हद तक सरकार ने उन्हीं को जिम्मा दिया है जो उस राज्य से आते हों. जिम्मा मिलने के बाद नोडल अधिकारी संबंधित राज्यों से संपर्क में जुट गए हैं.सभी अधिकारी पूरी जानकारी लेकर मुख्यमंत्री की बैठक में शामिल हों कहे हैं.
ट्रेन चलाने की मांग
इधर, डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने आज कहा है कि बिहार के बड़ी संख्या में लोग परदेस में फंसे हैं. उन सभी को बस से वापस लाना संभव नहीं. ऐसे में केंद्र सरकार को स्पेशल ट्रेन चलानी चाहिए. मोदी ने केंद्र सरकार से स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग की है.