द एचडी न्यूज डेस्क : बीजेपी के नेता व पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने प्रवासी मजदूरों को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों की मदद करें, उनके नाम पर राजनीति नहीं करें. आरके सिन्हा ने बिहार सरकार से कहा कि लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर बिहार लौटें हैं. अभी यह क्रम जारी है. सबको उनकी चिंता करनी चाहिए. उनके मदद के लिए भरसक काम करना चाहिए. लेकिन काम करने की बजाय उनके नाम पर बिहार में जो राजनीति शुरू हो गई है, वह उचित नहीं है. क्योंकि राजनीति करने का तो आगे भी समय बहुत रहेगा. अभी तो उनको हर प्रकार की मदद करने की जरूरत है. उन्हें किस प्रकार वैकल्पिक रोजगार दे सकें, किस प्रकार से उनका पुर्नवास हो सके इसकी चिंता करनी चाहिए.
वास्तव में प्रवासी मजदूरों की क्या तकलीफें हैं, यह जानना और उसका समाधान करना है. यह राजनीति करने का वक्त नहीं है. जो मजदूरों के नाम पर राजनीति कर रहे हैं, उनसे मैं एक बात पूछना चाहता हूं. मजदूरों का पलायन तो 1990 में शुरू हुआ. तभी जातीय विद्वेश फैलाए गए. सारे कल-कारखाने बंद करवा दिए गए. चरवाहा विद्यालय खोले गए. तब तो आज जितने लोग प्रवासी मजदूरों के नाम पर राजनीति कर रहे है, वो उस समय सरकार के साथ ही थे. उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए. जातीय विद्वेष फैलाने वाले अब बिहार में कोई शायद कोई ही बचे है.
फिर से कृपया करके 1990 के समय के काले इतिहास को दोहराया न जाए. कृपा करके मजदूरों को लेकर राजनीति करना बंद करें. गरीब मजदूर को रोजगार दिलाने में मदद करें. अगर ऐसा नहीं होगा तो जनता देख रही है, उन्हें जनता की अदालत कदापि माफ नहीं करेगी.
अंशु झा की रिपोर्ट