PATNA: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में कांवरियों और श्रद्धालुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग सजग है।
कांवरियों को मेला में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर जहां भागलपुर, बांका और मुंगेर में अस्थायी स्वास्थ्य शिविर लगाये गये हैं, वहीं स्वास्थ्य सुविधाओं की मानीटरिंग के लिए पटना स्थित राज्य स्वास्थ्य समिति में राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष की स्थापना एवं कांवरिया पथ पर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है।
दूसरी ओर कोरोना संक्रमण से बचाव, कोरोना जांच एवं टीकाकरण के प्रति कांवरियों के बीच जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से कांवरिया पथ पर पोस्टर, होर्डिंग और बैनर लगाए गए हैं।
मंगल पांडेय ने कहा कि गुरुवार से एक माह तक चलने वाला दुनिया का सबसे लंबा मेला की विधिवत शरुआत हो चुकी है। इसे देखते हुए विभाग ने कांवरिया पथ पर जगह-जगह शिविर लगा चिकित्सक, नर्स और पारामेडिकल स्टाफ्स की प्रतिनियुक्ति की है।
आपात स्थिति से निपटने के लिए तीनों जिलों में पड़ने वाले कांवरिया पथ पर अल्सा एंबुलेंस (एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस) एवं बल्सा एंबुलेंस (बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस) एवं 8 प्रकार की सामान्य दवाएं और 16 प्रकार की इमरजेंसी दवाएं विभाग द्वारा उपलब्ध करायी गई है।
राज्य मुख्यालय स्थित नियंत्रण कक्ष एवं कांवरिया पथ पर पड़ने वाले स्वास्थ्य शिविरों में सातों दिन 24 घंटे चिकित्सा पदाधिकारी, नर्स व पारामेडिकल स्टाफ्स की प्रतिनियुक्ति की गई है।
मंगल पांडेय ने कहा कि विभाग द्वारा श्रावणी मेले में प्रतिनियुक्त चिकित्सक, पारामेडिकल स्टाफ्स व नर्सों का भी ख्याल रखा गया है। बरसाती मौसम को देखते हुए इन कर्मियों के लिए रेन कोर्ट भी उपलब्ध कराया गया है, ताकि बारिश में भी कांवरियों की सेवा अनवरत जारी रहे और स्वास्थ्यकर्मी स्वस्थ रहे। साथ ही श्रावणी मेला में कांवरियों की सेवा और बेहतर कार्य करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को स्वास्थ्य मंत्री द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
मुख्यालय स्तर से मेला के सभी कार्य निदेशक प्रमुख की निगरानी में संपन्न होंगे। राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष 14 जुलाई से शुरू होकर अगले माह 12 अगस्त तक सुचारू रूप से चलता रहेगा।
पटना से कुमार गौतम की रिपोर्ट