द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार में वायरल बुखार का कहर जारी है. इस मामले को लेकर सूबे के मुखिया नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार पैनी नजर बनायी हुई हैं. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे वायरल बुखार को लेकर काफी टेंशन में हैं. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रहने को कहा है, साथ ही लगातार निगरानी भी कर रहे हैं. बिहार में वायरल बुखार से बच्चों के पीड़ित होने का सिलसिला लगातार जारी है. राज्य के नौ जिलों में बुखार पीड़ित बच्चों से सभी अस्पतालों के बेड लगभग फूल हो गए हैं. आनन-फानन में बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है.
आपको बता दें कि बिहार के नौ जिले वायरल बुखार की चपेट में हैं. खासकर मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पटना और सीवान में हालात बिगड़ रहे हैं. मुजफ्फरपुर में हर रोज पचास से ज्यादा बच्चे एसकेएमसीएच में भर्ती हैं. यहां फिलहाल 180 बच्चे भर्ती हैं. स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है, कई टीमों को इन जिलों में भेजा गया है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभिभावकों को घबड़ाने की जरूरत नहीं है.
वहीं मंगल पांडे ने वायरल बुखार को लेकर काफी चिंतित है. उन्होंने कहा कि दरभंगा (डीएमसीएच) और मुजफ्फरपुर (एसकेएमसीएच) में बीमार बच्चों के लिए अतिरिक्त बेड की व्यस्था की गई है. वहीं पटना के एनएमसीएच में आईसीयू में एक बेड पर दो-दो बच्चों को रखना मजबूरी है.
वहीं एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विनोद सिंह भी वायरल बुखार को लेकर टेंशन में है. उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बरकरार है, लेकिन सुखद ये है कि अब तक जितने बच्चें भर्ती किए गए है सभी बच्चों की आरटीपीसीआर जांच कराई गई है. वो सब निगेटिव है. लिहाजा इसे कोरोना की कोई लहर नहीं है. बल्कि सामान्य वायरल, निमोनिया बुखार, सर्दी और खांसी ही विशेषज्ञ मान रहे हैं.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट