कोरोना की रोकथाम के लिए कारगर हो रहा साबित, टेक्निकल टीम ने तैयार किया चैंबर
संघप्रिय वशिष्ठ, हजारीबाग
हजारीबाग: कोरोना से जंग लड़ने के लिए हजारीबाग में पहला सैनिटाइजेशन चैंबर बनाया गया है। 40 से 50 हजार रुपये की लागत से इस चैंबर को बीएसएफ मेरु के जवानों ने तैयार किया है। चैंबर का निर्माण आईजी के निर्देश में डीआईजी एडीएम एसपी तिवारी की टेक्निकल टीम के द्वारा किया गया है। अपने क्षेत्र में लोगों को जागरूक कर रहे बीएसएफ मेरु अपने जवानों को बचाव के लिए संस्थान में सैनिटाइजेशन चैंबर बनाया है। सैन्य संस्थानों में कोरोना की संभावित खतरे के अलर्ट के बाद यह निर्माण किया गया है।
आईजी बीएसएफ महेंद्र कुमार सिंह के निर्देश पर इसे तैयार कर मेरु बीएसएफ प्रशिक्षण संस्थान के प्रवेश द्वार पर लगाया है। सेंसर आधारित यह चैंबर व्यक्ति के प्रवेश करते ही सक्रिय हो जाता है और सैनिटाइजर का छिड़काव करना शुरू कर देता है। बीएसएफ में आने और जाने वाले सभी व्यक्ति और जवानों के लिए इस चैंबर में प्रवेश अनिवार्य किया गया है। चैंबर के निर्माण से बीएसएफ मेरु में कोरोना के प्रवेश पर भी रोक लग जाएगा। ज्ञात हो कि देश के सभी सैन्य संस्थानों में कोरोना के खतरे को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। अलर्ट के बाद यह निर्माण बीएसएफ द्वारा कराया गया है। माइक्रोवेव आधारित या चैंबर स्वचालित है, सेंसर की मदद से सैनिटाइजर के रूप में हाइड्रोक्लोराइड का छिड़काव होता है। सैनिटाइजेशन चैंबर की व्यवस्था बीएसएफ मेरु और उसके आसपास रहने वालों के लिए भी लाभदायक साबित हो रहा है।