नई दिल्ली : अगर आप बचत के लिए कोई नई प्लानिंग करने की सोच रहे हैं तो आपके के लिए पोस्ट ऑफिस की खास सेविंग स्कीम फायदेमंद हो सकती हैं. इन स्कीमों के जरिए हर महीने अच्छी आमदनी भी होती है. इन स्कीम में नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट्स (एनएससी), पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (पीओटीडी) और किसान विकास पत्र (केवीपी) शामिल है.
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट्स
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में निवेश पर हर साल 6.8 फीसदी का ब्याज मिलता है. साथ ही सालाना आधार पर ब्याज की गणना की जाती है. वहीं निवेश की अवधि पूरी होने पर ही ब्याज वाली अमाउंट दी जाती है. इस स्कीम में न्यूनतम एक हजार रुपये का निवेश किया जा सकता है.
स्कीम में निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है. पोस्ट ऑफिस के एनएससी स्कीम के तहत निवेश की कुल अवधि पांच साल की है. इंडिया पोस्ट के अनुसार इस स्कीम के तहत खाता कम से कम 100 रुपए से खुलता है.
पोस्ट ऑफिस टर्म डिपॉजिट
बैंक की तरह पोस्ट ऑफिस में भी आप एफडी कर सकते हैं. पोस्ट ऑफिस में टर्म डिपॉजिट के नाम से यह स्कीम उपलब्ध है, जिसमें एक साल, दो साल, तीन साल और पांच साल के लिए पैसे जमा कर सकते हैं. फायदा यह है कि यहां बैंक के मुकाबले एफडी पर ब्याज दर ज्यादा है. पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट के तहत पांच साल की जमा पर 6.7 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है. पांच साल के टाइम डिपॉजिट पर सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट का फायदा मिलता है वो अलग. पोस्ट ऑफिस फिक्स डिपॉजिट अकाउंट को भी व्यक्ति नकद या चेक के जरिए खुलवा सकता है.
किसान विकास पत्र
यदि आप अपने निवेश की रकम को दोगुना करना चाहते हैं तो केवीपी ही सबसे सही विकल्प हैं. जहां तक अन्य छोटी बचत स्कीमों की ब्याज दरों का सवाल है तो सरकार हर तिमाही उनकी समीक्षा करती है. इस तरह निवेश किया गया पैसा कब दोगुना होगा वह ब्याज दरों पर निर्भर करता है.
केवीपी के लिए वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में ब्याज दर 6.9 फीसदी तय किया है. यहां आपका निवेश 124 महीने में डबल हो जाएगा. अगर आप एकमुश्त एक लाख रुपए निवेश करते हैं तो आपको मेच्योरिटी पर दो लाख रुपए मिलेंगे. 124 महीने इस स्कीम का मैच्योरिटी पीरियड है. यह स्कीम इनकम टैक्स अधिनियम 80C के तहत नहीं आती. लिहाजा जो भी रिटर्न आएगा उसमें टैक्स लगेगा. इस स्कीम में TDS की कटौती नहीं की जाती है.