जमुई: सरकारी विद्यालय में मध्यान भोजन के बदले 80 दिनो का राशन सामग्री दिया जा रहा है. लॉकडाउन के दौरान जहां पिछले 5 महीनों से सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं स्कूल भी बंद है लेकिन बिहार सरकार ने एक अच्छी पहल करते हुए जिस सरकारी स्कूल में मध्यान भोजन दिया जाता था उसके बदले में सरकार बच्चों के गार्जियन को मध्यान भोजन के बदले सुखा राशन सामग्री देने का काम कर रही है. स्कूल के प्रधानाध्यापक सुषमा कुमारी ने बताया कि सभी बच्चों के गार्जियन को स्कूल बुलाया गया है और हर स्कूल में क्लास वाइज सभी बच्चों को 1 से 5 तक का 8 केजी चावल और 6 से 8 तक का 12 केजी चावल उसी अनुसार 80 दिनो का राशन सामग्री दिया जा रहा है, साथ ही डीबीटी के माध्यम से स्कूल के बच्चे के खाते में दाल सब्जी की राशि दी जाएगी.
इस करोना महामारी को लेकर जहां बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं उसको देखते हुए इस तरह का इंतजाम किया गया है. निश्चित रूप से सरकार की एक अच्छी पहल है कि जिस स्कूल में मध्यान भोजन दिया जाता था उसके बदले में सूखा राशन दिया जा रहा है. आज इसकी शुरुआत बामदह पंचायत के नावाडीह गांव में उत्क्रमित मध्य विद्यालय मे आज राशन सामग्री की शुरुआत की गई.
चकाई से अमित कौशिक की रिपोर्ट