द एचडी न्यूज डेस्क : देश में कोरोना कहर बनकर टूट रहा है. मंगलवार सुबह तक के आंकड़ों पर अगर गौर करें तो देश में कोरोना मरीजों की संख्या 46,433 पहुंच गई है. कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1568 है. गुजरते वक्त के साथ कोरोना का कहर कम होने के बजाय तेजी से बढ़ता ही जा रहा है. पिछले 24 घंटों के आंकड़ों पर ही नजर डाले तो देश में कोरोना के 3900 नए मामले आए हैं. वहीं 24 घंटे में ही देश में 195 लोगों की मौत कोरोना की वजह से हुई है.. यह एक दिन में अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है.
एक तरफ जहां कोरोना मौत बनकर कहर ढा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार के फैसले ने जिंदगी और मौत के बीच के फासले को और भी कम कर दिया है. 20 अप्रेल के बाद से केंद्र की मोदी सरकार ने जान है जहान है के तर्ज पर काम करते हुए लॉकडाउन में सीलसीलेवार तरीके से कई रियायतें दी है. सरकार की छूट का ही नतीजा अब आंकड़ों की शक्ल में दिख रहा है. सरकारी आंकड़ों पर ही अगर गौर करें तो पिछले चार दिनों में ही कोरोना के कुल मरीजों की संख्या में 25 फीसदी का इजाफा हुआ है.
लॉकडाउन तीन के तहत मोदी की सरकार ने देश को काफी रियायतें दी है. लेकिन उन्हीं रियासतों में शामिल शराब की बिक्री का फैसला देश की जिंदगी पर भारी पड़ सकता है. लोगों की जान को खतरे में डालकर एक तरफ जहां केंद्र और राज्य की सरकारें अपनी तिजोरी भरने में लगी है. तो वहीं दूसरी तरफ शराब दुकानों में उमड़ी ये भीड़ इस बात पर मुहर लगा रही है कि अगर सोशल डिस्टेंसिंग के टूटने से कोरोना का संक्रमण बढ़ता है तो फिर देश में आगे हालात और भी बेकाबू होंगे इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता.
मौजूदा हालात को देखकर तो बस यही कहा जा सकता है कि भगवान पर भरोसा कर देश में पहले की तरह समान्य व्यवस्था लागू कर दी जाए. या फिर खतरे को देखते हुए लॉकडाउन में रियासत की बजाय और भी सख्ती बरती जाए. क्योंकि जान है तभी जहान है.
संदीप सिंह की विशेष रिपोर्ट