कोरोना वायरस लॉकडाउन में देश में जो चीजें बंद हुई थीं उन्हें खोलने की प्रक्रिया अनलॉक 1.0 में शुरू की गई थी। अब देश में अनलॉक 2.0 लागू होगा। लेकिन जिस तरह कोरोना केस बढ़ रहे हैं ऐसे में स्कूल, कॉलेज खुलना मुश्किल लग रहा। मेट्रो के सफर में भी अभी इंतजार करना पड़ सकता है।
स्कूल, कॉलेज समेत दूसरे शिक्षण संस्थानों का खुलना भी अभी भूल ही जाइए। ज्यादार राज्यों ने अपने पेपर पहले ही कैंसल कर दिए हैं। CBSE हो या ICSE बोर्ड पेपर कैंसल हो चुके हैं। अनलॉक 1 की गाइडलाइंस में ही इन्हें खोलने का फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ा गया था। अनलॉक 2 में भी स्थिति ऐसे ही रहने का अंदेशा है। राज्य स्कूल खोलने का रिस्क अभी शायद ही लें।
लॉकडाउन के बाद से मेट्रो बंद है। फिलहाल इसका सफर चालू होता नहीं दिख रहा है। दरअसल, सरकार इसमें आखिरी फैसला नहीं कर पाई है। वजह है कि सभी बड़े शहरों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली को ही लीजिए केस 70 हजार पार पहुंच गए हैं। मुंबई के हालात थोड़े सुधरे हैं लेकिन उतने भी नहीं। बेंगलुरु में भी कोरोना अभी थमा नहीं है।
कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से लोगों का बहुत नुकसान हुआ है। रोजगार को बढ़ाने के लिए सरकार अनलॉक 2.0 में नए कदम उठा सकती है। स्किल मैपिंग पर काम हो सकता है। इस दौरान इंडस्ट्री को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया जाएगा। इंडस्ट्री मालिकों से कहा जाएगा जितना ज्यादा हो सके लोकल लेबर को रखें।
