अनिश कुमार, खगड़िया
खगड़िया: पूर्व नगर सभापति सह जाप किसान सेल के प्रदेश अध्यक्ष मनोहर कुमार यादव ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस करते हुए प्रदेश सरकार पर कई आरोप लगाये। उन्होंने कहा कि इस समय पूरा विश्व एक अदृश्य महामारी से जूझ रहा है। यह संतोष की बात है कि अभी तक हमारा जिला सरकारी मापदंडों के अनुसार ग्रीन जोन में बना हुआ है। इसके लिए खगरिया जिले की अनुशासित जनता के प्रति हम लोग आभार व्यक्त करते हैं। बिहार में जो प्रशासनिक व्यवस्था की गई है उससे हम सभी परिचित हैं। लॉक डाउन के बाद से ही पूरे देश में जिस तरह बिहारी अपमानित होते रहे हैं उन्हें हजारों किलोमीटर लंबी पदयात्रा कर अपने घर पहुंचना पड़ रहा है। कर्नाटक जैसे राज्यों ने बिहारी मजदूरों को अपना गुलाम समझ कर पहले से निर्धारित स्पेशल श्रमिक ट्रेन की व्यवस्था को रद्द कर दिया है। बिहार के लोगों ने देश के विकास में अपना खून पसीना बहाया है लेकिन विपदा की घड़ी में सबने बिहारियों को बीमारी का पर्याय समझकर अपने से दूर भगा दिया। अब जबकि सरकार ने कुछ औद्योगिक प्रतिष्ठानों को प्रारंभ करने की घोषणा की है तब फिर से बिहारी मजदूर इन निष्ठुर मालिकों को याद आने लगे हैं। सबसे पहले ऐसे स्वार्थी लालची और बेईमान प्रवृत्ति की निंदा करते हैं।
उन्होंने कहा कि जो बिहारी भाई अपने भाग्य से अपने अदम्य साहस और हिम्मत के बल पर किसी तरह अपने गांव अपने घर तक पहुंचे हैं उनके साथ प्रशासनिक रवैया चिंता का विषय है। बाहर से आए लोगों को 14 या 21 दिन के एकांतवास के लिए जिला प्रशासन पंचायत और प्रखंड स्तर पर क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने का दावा करता है। सरकार ने लंबी लंबी घोषणाएं कर दी हैं लेकिन इन मजदूर भाइयों को उनका बुनियादी हक भी देने में भ्रष्टाचार आड़े आ रहा है। आपदा प्रबंधन के तहत इन प्रवासी मजदूरों के लिए सरकार ने क्या प्रबंध किया है? भोजन नाश्ता आदि के नाम पर कितना रुपया आवंटित किया गया है? कितने लोग इन सेंटर में हैं? कौन एजेंसी इन केंद्रों पर अपनी सेवाएं दे रही है? उन्हें कितना भुगतान हुआ है इन केंद्रों पर प्रतिदिन कितने नए लोग आ रहे हैं और कितने पुराने जा रहे हैं, इसके आंकड़े भी जाहिर नहीं किए जा रहे हैं। इस विपदा की घड़ी में अपने भाई बंधुओं की सेवा करने के इच्छुक समाजसेवी और मानवतावादी लोगों को लॉक डाउन के नाम पर दूर रखा जा रहा है। उन पर प्राथमिकी दर्ज करने का डर दिखाया जा रहा है। यह सब इसलिए हो रहा है कि प्रशासन अपनी गलतियों को छुपा सके तथा आपदा के नाम पर लाखों करोड़ों रुपए की बंदरबांट की जा सके। क्वॉरेंटाइन सेंटर पर मीडिया के प्रवेश पर रोक लगाना इस बात का प्रमाण है कि प्रशासन पारदर्शिता के साथ काम नहीं कर रहा है। खाद्य पदार्थों की बिक्री मनमाने रेट पर हो रही है। कहीं कोई उसका स्टॉक और रेट प्रदर्शित नहीं कर रहे हैं। आम मरीजों के परिवहन के लिए पास निर्गत करने में मनमानी हो रही है। जबकि सत्ता दल के नेताओं को मनमाफिक संख्या में वाहन परिचालन की छूट मिली हुई है। वह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करते।
उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ताओं और आम लोगों की नहीं सुन रहा है। जन अधिकार पार्टी और युवा शक्ति के लोगों ने आपसी चंदा कर, लोगों से भिक्षा मांगकर और अपने बलबूते सैनिटेशन, खाद्य पदार्थों की उपलब्धता, गरीबों की मदद, भोजन और दवा की व्यवस्था में जितना सहयोग किया है उससे ज्यादा हम कर पाते यदि जिला प्रशासन का अपेक्षित सहयोग मिलता और प्रशासन के द्वारा हम लोगों के सामाजिक कार्यों में बाधा नहीं खड़ी की जाती? बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर अपने गांव लौटे हैं जिनका कोई सही आंकड़ा जिला प्रशासन के पास नहीं है। गांव-गांव में आपसी तनाव और झगड़े की स्थिति है। बिना जांच के जो लोग अपने घरों में बाहर से आकर रह रहे हैं उनके प्रति अन्य ग्रामीणों में गंभीर आशंकाएं हैं लेकिन प्रशासन के डर से ऐसे लोग जांच के लिए आगे नहीं आते। उन्हें डर है कि उन्हें पकड़कर क्वॉरेंटाइन सेंटर के नाम पर ऐसे जगह भेज दिया जाएगा, जहां वे अपने परिवार से अलग होकर 21 दिन तक नारकीय जीवन बिताएंगे। ऐसी तमाम परिस्थितियों की चर्चा के लिए जिला प्रशासन को चाहिए कि अपने स्तर से सामाजिक कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाते और एक समन्वित कार्य योजना बनाकर गांव गांव में काम होता ताकि तमाम गरीब मजदूर परिवारों तक उनके जरूरत की चीजें उपलब्ध कराई जा सकती। प्रशासन को अपनी हठधर्मिता छोड़कर सामाजिक कार्यकर्ताओं से सहयोग लेना चाहिए यही प्रार्थना करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी अपील है कि आपदा के नाम पर जो व्यवस्था की गई है और जो खर्च हो रहा है उसका पूर्ण विवरण सार्वजनिक किया जाए। प्रेस वार्ता में युवा शक्ति जिला अध्यक्ष चंदन सिंह, जन अधिकार छात्र परिषद जिला अध्यक्ष रौशन कुमार, पंचायत समिति सदस्य जाप नेता चंदन पासवान, एडवोकेट राजेश्वर प्रसाद यादव, अजीत तिवारी, आमिर खान आदि मौजूद थे।