द एचडी न्यूज डेस्क : सत्तरघाट के पास छोटे पुल की एप्रोच सड़क ढहने के मामले में ग्रामीणों पर एफआईआर दर्ज की गई है. इसपर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा है. तेजस्वी यादव ने वीडियो ट्वीट करके कहा है कि जिस शख्स ने वीडियो बनाकर सरकार को अलर्ट किया था उस ग्रामीण पर ही निर्लज्ज सरकार केस कर रही है.
ग्रामीण ने टूटने से 24 घंटे पहले एक वीडियो बनाकर बताया था कि यह कभी भी टूट सकता है. इसको बनाने में गड़बड़ी हुई है. उस वीडियो को ही शेयर करते हुए तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है. तेजस्वी यादव ने वीडियो ट्वीट करके कहा कि 264 करोड़ की लागत से बने पुल के ढहने से पहले ग्रामीणों ने आगाह किया था लेकिन भ्रष्टाचारी नीतीश सरकार की कहां आंख खुलने वाली थी? पुल ढहेगा तभी ना भ्रष्टाचार करेंगे? वीडियो देखिए. अब निर्लज्ज भ्रष्ट सरकार ग्रामीणों पर ही केस दर्ज कर रही है कि वो मीडिया को सच क्यों बता रहे है?
इससे पहले तेजस्वी यादव ने कहा था कि आठ वर्ष में 263.47 करोड़ की लागत से निर्मित गोपालगंज के सत्तर घाट पुल का 16 जून को नीतीश जी ने उद्घाटन किया था. आज 29 दिन बाद यह पुल ध्वस्त हो गया. खबरदार! अगर किसी ने इसे नीतीश जी का भ्रष्टाचार कहा तो? 263 करोड़ तो सुशासनी मुंह दिखाई है. इतने की तो इनके चूहे शराब पी जाते हैं.
एप्रोच सड़क टूटने के बाद गोपालगंज प्रशासन की ओर से बैकुंठपुर थाने में सीओ, ठेकेदार और पुल निगम के इंजीनियर ने तीन अलग-अलग केस दर्ज कराया है. सीओ ने जिला परिषद सदस्य रवि रंजन उर्फ विजय बहादुर और उनके समर्थकों पर लॉकडाउन तोड़ने की केस दर्ज कराई है तो वही ठेकेदार उदय सिंह ने फैजुल्लाहपुर के मुखियापति संजय राय समेत ग्रामीणों पर निर्माण कार्य में बाधा डालने का केस दर्ज कराया है.