नई दिल्ली : ओलंपिक में सोने के तमगे के लिए भारत का 13 साल का इंतजार खत्म करने वाले नीरज चोपड़ा की देश वापसी पर पूरा देश खुश है. देशभर से उन्हें बधाइयां मिल रही हैं, नीरज ने अपना मेडल देश को समर्पित किया है. नीरज चोपड़ा ने आज कहा कि ओलंपिक के लिए हमारी मेहनत रंग लायी, सभी के सहयोग से यहां तक पहुंचे हैं. गोल्ड चैंपियन नीरज चोपड़ा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अब मेरा अगला सपना 90 मीटर भाला फेंकने का है.
नीरज चोपड़ा ने कहा कि मैं भारतीय सेना और अपने स्पॉन्सर JSW स्पोर्ट्स का धन्यवाद देता हूं. इसके साथ ही फेडरेशन का बहुत बहुत धन्यवाद जिन्होंने कोरोना काल में भी हमारा कैंप चालू रखा. कैंप के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों का धन्यवाद जिन्होंने हमें कोई दिक्कत नहीं होने दी. ओलंपिक के लिए हमारी मेहनत रंग लायी, सभी के सहयोग से यहां तक पहुंचे हैं.
टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक प्रतियोगिता में 87.53 मीटर भाला फेंक कर भारत के खाते में गोल्ड मेडल जोड़ा. टोक्यो ओलंपितक में भारत ने सात मेडल जीते, जो किसी भी ओलंपिक में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. नीरज चोपड़ा से पहले शूटर अभिनव बिंद्रा ने भारत के लिए 2008 में गोल्ड मेडल जीता था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन करके को लेकर नीरज चोपड़ा ने कहा कि यह बहुत बड़ी बात है कि जब आप इतने बड़े खेल में खेल रहे हैं और देश का प्रधानमंत्री आपको फोन करता है. उन्होंने सिर्फ मुझे नहीं बल्कि लगभग सभी खिलाड़ियों से बात की. प्रधानमंत्री का खिलाड़ियों को सपोर्ट करना बड़ा बात है.
उन्होंने कहा कि इस बार इतनी अच्छे प्रदर्शन के पीछे की बड़ा है कि सभी खिलाड़ी मेडल जीतने की सोच के साथ ही गए थे. खेल में सिर्फ शारीरिक प्रदर्शन ही नहीं, बल्कि मानसिक प्रदर्शन भी मायने रखता है. इसी वजह से इस बार हम अच्छा प्रदर्शन कर पाए. हॉकी टीम अपने मैच हारी लेकिन वे मानसिक तौर पर इतने इतने मजबूत थे कि उन्होंने अगले मैच में कमबैक किया.