GAYA – पूर्वजों को सम्मान देने का अपने आप में अनोखा तीर्थस्थल गयाजी में इन दिनों पितृपक्ष मेला चल रहा है। जिसको लेकर पूरे देश से लाखों श्रद्धालु यहां पधार रहे हैं। श्रद्धालु यहां अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान और तर्पण कर रहे हैं। मान्यता है कि यहां श्राद्धकर्म और धार्मिक अनुष्ठान करने के बाद पुरखों की आत्मा को मोक्ष प्राप्त हो जाता है। वहीं गया में मॉर्निंग वॉक करने वाले ग्रुप के द्वारा ब्रह्मयोनि पहाड़ की तलहटी में स्मृति उद्यान विकसित किया गया है। जिसमें इस ग्रुप के सदस्यों के द्वारा पिछले तीन वर्षों में हजारों वृक्ष लगाए गए हैं। लोग नियमित रूप से इन पेड़ों की देखभाल भी करते हैं। ग्रुप के सदस्य अपने पारिवारिक उत्सव में यहां पर पेड़ लगाते हैं। साथ ही किसी परिजन की मृत्यु हो जाए तो उनकी याद में भी वृक्ष लगाते हैं। गया जी आने वाले पिंडदानियों को जब इसकी जानकारी मिलती है तो वे भी स्मृति उद्यान आकर अपने पूर्वजों की याद में वृक्ष लगाते हैं। आज कुछ ऐसा ही नज़ारा स्मृति उद्यान में देखने को मिला। जहां पर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ से गयाजी पहुंचे पिंडदानियों ने अपने पूर्वजों की याद में वृक्षारोपण की।