रांची : झारखंड के गुमला जिले में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना घटी है. दो नाबालिग बहनों साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है.
मामला बिशुनपुर के गुरदरी थाना क्षेत्र का है. शुक्रवार की शाम दो बहने अपने चचेरे भाई के साथ दशहरा मेला देखकर लौट रही थी. इसी दौरान प्रेम नाम के एक युवक ने रास्ता रोका और छेड़खानी करने की कोशिश की. इसका विरोध करने पर उसने अन्य युवकों के साथ मिलकर चचेरे भाई को पीटकर भगा दिया और फिर सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया, हालांकि सूचना के अनुसार एक आरोपी ने गिरफ्तारी के डर से आत्महत्या कर ली है.
गुमला सदर एसडीपीओ मनीष चंद्रा ने बताया कि पुलिस को ये जानकारी शनिवार को मिली. जिसके बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए दोनों बच्चियों को गुमला सदर अस्पताल में मेडिकल टेस्ट कराया गया. रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. बता दें कि जिस जगह पर घटना हुई है, वह इलाका नक्सल प्रभावित है. इसकी सीमा लातेहार से लगी हुई है. एफआईआर गुरदरी थाने में दर्ज हुई है.
उन्होंने बताया कि सोमवार कोर्ट में बच्चियों का 164 के तहत बयान दर्ज करवाया जाएगा. उन्होंने बताया कि गुरदरी थाने में बच्चियों के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. एसडीपीओ ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने वाले सभी आरोपी ट्राइबल समुदाय से हैं और इसमें ज्यादातर युवक चापाकोना गांव के बताए जा रहे हैं. वहीं इस घटना के बाद से ग्रामीण काफी आक्रोशित हैं और आरोपियों को जंगलों में खोज रहे हैं. इसके साथ ही पुलिस भी छापेमारी अभियान चला रही है.
वहीं स्थानीय पुलिस की छापेमारी तेज हुई, तो एक आरोपी अजीत उरांव ने गिरफ्तारी के डर से अपने ही घर में खुदकुशी कर ली है. मृतक गुरदरी थाना क्षेत्र के नीचे लोदा गांव के रहने वाला है. इस संबंध में एसडीपीओ ने बताया कि इस घटना में एक ही थाना क्षेत्र के दो-तीन गांव के युवक संलिप्त है.
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद नीचे लोदा गांव के लोगों ने मीटिंग किया था, जिसमें अजीत उरांव का नाम सामने आया. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की मीटिंग में अजीत उरांव अपने पिता के साथ शामिल हुआ था. ग्रामीणों ने अजीत को फटकार भी लगायी. इसके बाद अजीत ने आत्महत्या कर ली. एसडीपीओ ने कहा कि मृतक के पिता ने थाने में लिखित आवेदन दिया है, जिसमें कहा गया है कि पछतावा होने पर उसके पुत्र ने सुसाइड की है.
गौरी रानी की रिपोर्ट