नई दिल्ली : पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी और टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर के बीच टकराव की खबरें एक बार फिर सुर्खियों में हैं. अफरीदी ने 2019 में प्रकाशित आत्मकथा ‘गेम चेंजर’ में गौतम गंभीर को लेकर काफी विवादित टिप्पणियां की हैं. यहां तक कि गंभीर को घमंडी करार दिया है और कहा है कि उनमें एटीट्यूड की काफी दिक्कत है.
इतना ही नहीं, अफरीदी ने कहा है कि गंभीर के नाम क्रिकेट में कोई बड़ा रिकॉर्ड नहीं है, सिवाय उसमें ढेर सारे एटीट्यूड के अलावा. गौतम गंभीर अपने आपको डॉन ब्रेडमैन और जेम्स बॉन्ड जैसी काबिलियत रखने वाला समझता है. गंभीर ने एक बार फिर अफरीदी को जोरदार जवाब देते हुए 2007 विश्व कप के फाइनल की याद दिलाई.
आखिरकार गौतम गंभीर ने अफरीदी को करारा जवाब दिया. उन्होंने कहा कि झूठे, गद्दारों और अवसरवादियों के खिलाफ मुझमें एटीट्यूड है. शनिवार को उन्होंने ट्विटर पर अफरीदी को आड़े हाथों लेते हुए लिखा कि कोई व्यक्ति जो अपनी उम्र को याद नहीं रखता है, वह मेरे रिकॉर्ड को कैसे याद रखेगा.
उन्होंने आगे लिखा कि अच्छा, अफरीदी! मैं तुम्हें उनमें (रिकॉर्ड में से) से एक याद दिलाता हूं – भारत और पाकिस्तान के बीच 2007 का टी20 वर्ल्ड कप फाइनल. गंभीर ने 54 गेंदों में 75 बनाए, जबकि आफरीदी ने 1 गेंद पर 0.
गंभीर ने अफरीदी पर जोरदार पलटवार करते हुए लिखा कि सबसे अहम- भारत चैम्पियन बन गया. और हां- झूठे, देशद्रोहियों और अवसरवादियों के प्रति मुझमें एटीट्यूड है. जाहिर है, गौतम गंभीर के रिकॉर्ड्स पर सवाल उठाने वाले अफरीदी भूल गए कि भारत के पास दो वर्ल्ड कप खिताब हैं. दोनों खिताबी जीत में गंभीर की भूमिका अहम रही है. गंभीर ने 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पाकिस्तान के ही खिलाफ 75 रन बनाए थे. और उन्होंने उसके बाद 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में श्रीलंका के विरुद्ध 97 रनों की बेशकीमती पारी खेली थी.
अफरीदी ने अपनी किताब में लिखा है कि उन्हें गौतम गंभीर और दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न के खिलाफ खेलना बहुत पसंद था, क्योंकि ये दोनों ही छींटाकशी पर प्रतिक्रिया देते थे. उन्होंने गंभीर के बारे में लिखा कि कुछ प्रतिद्वंद्विता व्यक्तिगत थी, कुछ पेशेवर. लेकिन गंभीर का मामला अलग था. बहुत खराब गौतम. उसका व्यवहार अच्छा नहीं था.
अफरीदी ने 2007 एशिया कप का भी जिक्र करते हुए कहा कि वह रन दौड़ते समय मुझ से भिड़ गया था, तब अंपायर को दखल देना पड़ा. इससे पहले जब जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा वापस लिया गया था, तब भी आफरीदी ने इसके विरोध में ट्वीट किया था जिसका उस समय गंभीर ने माकूल जवाब दिया था.