PATNA: इस वक्त की बड़ी खबर एक ‘लेटर बम’ से हो आईपीएस आईजी विकास वैभव ने पुलिस महा निरीक्षक सह अपर महा समादेष्टा गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन पटना की तरफ से अपर मुख्य सचिव गृह विभाग बिहार सरकार को एक चिट्ठी भेजी है। यह चिट्ठी 4 पेज की है। जिसमें खास विषय यह है कि ” मानसिक प्रताड़ना युक्त वर्तमान पद के प्रभाव से मुक्त करने के संबंध में “। आईजी विकास वैभव ने डीजी के ऊपर एक बार फिर से मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए वर्तमान पद से प्रभार से मुक्त करने के संबंध में चिट्ठी लिखी है।
चिट्ठी में इस बात का भी जिक्र करते हुए आईपीएस विकास वैभव ने लिखा है कि “मेरा अब |एक दिन भी उनके नियंत्रण अधीन कार्यरत रहना, मेरे लिए गंभीर खतरे की घंटी से कम नहीं है। मुझे आशंका है कि वहां कार्यरत रहने पर कार्य स्थल पर ही मेरे साथ कुछ गंभीर अप्रिय घटनाएं घट सकती है, अथवा ऐसी क्षति पहुंचाई जा सकती है। जो मेरे लिए अपूर्णिय हो। फलतः अब एक दिन भी मेरे लिए वक्त वरीय पदाधिकारी के अधीन कर्तव्य व्रत रहना संभव एवं सुरक्षित नहीं है। अतः मेरा अनुरोध है कि मेरी विशेष परिस्थितियों को मध्य नजर रखते हुए मेरे निर्दोष पारिवारिक सदस्यों की सुरक्षा पर विचार करते हुए अस्थाई तौर पर भी उक्त बढ़िया पदाधिकारी के नियंत्रण से मुक्त किसी अन्य पद पर मुझे पदस्थापित करने हेतु राज्य सरकार की स्वीकृति प्राप्त करने की कृपा की जाए। “
आपको बता दें कि होमगार्ड के डीजी शोभा ओहोतकर और आईपीसी आधिकारी विकास वैभव की बीच इन दिनों ठन गई है। पिछले दिनों विकास वैभव ने होमगार्ड के डीजी पर आरोप लगाते हुए ट्वीट किया था कि जिसमें उन्होंने लिखा था कि डीजी मैडम छोटे अधिकारियों से गाली गलौज करती हैं।
जिसके बाद विकास वैभव से स्पष्टीकरण मांगा था। जिसके बाद आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने सरकार से गुहार लगायी है कि उन्हें तत्काल होमगार्ड आईजी के पद से कार्यमुक्त कर दिया जाए। विकास वैभव ने बिहार के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखा है।
पत्र में उन्होंने लिखा है कि मेरा अब एक भी दिन उनके अधीन काम करना गंभीर खतरे की घंटी से कम नहीं है। मुझे आशंका है कि वहां काम करने पर कार्यस्थल पर ही मेरे साथ गंभीर अप्रिय घटनाएं घट सकती है। मुझे ऐसी क्षति पहुंचाई जा सकती है तो मेरे लिए अपूर्णीय हो। इसलिए मुझे वहां से मुक्त कर किसी दूसरी जगह पर तैनात किया जाए। विकास वैभव ने तत्काल दो सप्ताह की छूट्टी भी मांगी है।
पटना से अजय कुमार की रिपोर्ट