द एचडी न्यूज डेस्क : भाजपा के संस्थापक सदस्य एवं पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने आज कार्यकर्ताओं और प्रबुद्धजनों के साथ ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म देखी. बीच फिल्म में वह भावुक होकर रोने लगे जब अपने ही पति के खून से सने चावल को पत्नी के मुंह में जबरन डालने का दृश्य दिखाया जा रहा था. इतना ही नहीं जब भरी ट्रक में बच्ची को ट्रक में ही शौच करने के लिए मजबूर होने का दृश्य फिल्माया गया तो वे फिर अपने को भावुक होने से रोक नहीं सके.
फिल्म देखने के बाद पत्रकारों से बातचीत में पूर्व सांसद आरके सिन्हा ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी की शहादत की याद फिल्म ने दोहरा दी. आर्टिकल-370 का हटना कश्मीरी हिंदुओं के लिए एक प्रकार का विजय है. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कश्मीरियों का पुनर्वास ही इस तांडव का असली जवाब है. कश्मीर दुनिया का आकर्षण का केंद्र पुन: बनने की ओर है. सिन्हा ने बताया कि चुकि वे खुद पत्रकार रहे हैं ऐसे में उन्होंने भी कश्मीरी पंडित के उस दौर का मंजर देखा है. द कश्मीर फाइल फिल्म्स में उस दौर की सच्ची घटनाओं को सिर्फ 25 फीसदी ही दर्शाया गया है. अगर पूरी सच्चाई दिखा दिया जाता तो और भी यह हृदय विदारक होता.
उन्होंने सभी से एक बार जरूर फिल्म देखने का आग्रह किया है क्योंकि यह फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित कहानी है जो कश्मीर में कश्मीरी पंडितों पर हो रहे भयावह मंजर की सच्ची दास्तां है सच्ची हकीकत हैं. पूर्व भाजपा सांसद के साथ प्रमुख रूप से पटना महानगर अध्यक्ष अभिषेक, युवा मोर्चा अध्यक्ष अभिषेक बंटी, मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र, अभिषेक बिन्नी, सतीश राजू, आनंद, सोनुजी और संजय राय सहित कई कार्यकर्ताओं ने भी फ़िल्म देखी.
अन्नु प्रकाश की रिपोर्ट