पटना : भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने किसान आंदोलन के लेकर बड़ी बात कह दी है. आरके सिन्हा ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ठीक ही कहा है कि भारत के किसान मात्र देश के अन्नदाता ही नहीं हैं. हमारे किसान इस देश के सबसे प्रमुख स्तम्भ हैं. क्योंकि, भारत तो एक किसान प्रधान देश सदा से ही रहा हैं.

पूर्व राज्यसभा सांसद ने कहा कि बहुत ही थोड़े लोग इस देश में हो सकते हैं जिन्हें कि किसानों के वंशज होने का गर्व प्राप्त नहीं है या जो किसानों का अपना पूर्वज मानने में अपने को शर्मिंदा महसूस करते हैं. यह तो दुर्भाग्य है कि यह देश षडयंत्रपूर्वक सरदार बल्लभ भाई पटेल के हाथों में जाने से रोका गया, नहीं तो यह देश पूरे विश्व को खिलाने में अकेला सक्षम था. लेकिन, अब इस किसान आंदोलन को कौन समर्थन कर रहा है ? यह तो आप रोज ही टेलीविजन पर देख रहे होंगे.

उन्होंने कहा कि वामपंथियों और नक्सलियों द्वारा सैंकड़़ों गाड़ियां आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, बंगाल और महाराष्ट्र से और न जाने कहां-कहां से भेजी जा रही हैं. इसमें कौन जा रहा है ? इसमें क्या कोई किसान भी जा रहा है? सारे के सारे ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ वाले जा रहे हैं, बाकायदा लाल झंडा लगाकर. इन्हें आर्थिक मदद कौन कर रहा है, इसकी भी जांच होनी चाहिए?