PATNA/KHAGAUL: मॉरीशस से बिहार घूमने आए विदेशी नागरिक के लापता हुए 14 महीने बीत जाने के बावजूद उनका कोई पता नहीं चल सका है। खगौल इलाके से भाई ताबिल चित्तबहल(63) जून 2022 से लापता हैं। उनका मोबाइल भी बंद आ रहा है। परिजनों ने मॉरीशस से पुलिस को ऑनलाइन शिकायत की थी।
इस संबंध में खगौल थाने में दिसंबर 2022 को अपहरण का मुकदमा दर्ज किया था। भारत स्थित मॉरीशस दूतावास की पहल के बाद पुलिस ने विदेशी नागरिक की तलाश तेज कर दी है।
अपर पुलिस महानिदेशक संजय सिंह ने बताया कि तकनीकी सर्विलांस से भाई ताबिल चित्तबहल का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल अनुसंधान जारी है। वह चेन्नई से ट्रेन से 12 जून 2022 को पटना पहुंचे थे। वह खगौल के आकाश गेस्ट हाउस में ठहरे थे। वहां वे आकाश नाम के शख्स के संपर्क में आए थे। बाद में 20 जून 2022 को गेस्ट हाउस से वह रिक्शा से संघमित्रा एक्सप्रेस ट्रेन पड़ने दानापुर रेलवे स्टेशन रवाना हुए थे। इसके बाद से ही उनका कोई अता पता नहीं है।
महीनों बाद भी वापस नहीं लौटने पर चित्तबहल के परिजनों ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की थी, लेकिन उनका संपर्क नहीं हो सका था। इसके बाद उन्होंने चित्तबहल के लापता होने का ऑनलाइन आवेदन पटना पुलिस को दिया था। इसके बाद बीते दिसंबर महीने में खगौल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विदेशी नागरिक की खोजबीन शुरू की थी। पुलिस ने उस रिक्शा वाले से पूछताछ की जो उन्हें स्टेशन छोड़ने गया था।
रिक्शा वाले ने बताया कि उसने उन्हें स्टेशन सुरक्षित छोड़ दिया था। इसके बाद वह कहां गए यह पता नहीं है। एफआईआर होने के आठ महीने बाद भी चित्तबहल का पता नहीं चल सका है। पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।
दानापुर से रजत राज की रिपोर्ट