जीवेश तरूण, बेगूसराय
बेगूसराय: नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) बरौनी के कोयला अपशिष्ट भंडारण यार्ड निर्माण का मामला काफी तेज हो गया है। शनिवार को प्रोजेक्ट मैनेजर पांडा एवं संवेदक खेतों में काम करने के लिए जेसीबी के साथ पहुंचे तो जानकारी मिलते ही रामदीरी, मरांची, चकबल्ली, जगतपुरा के सैकड़ों किसान मौके पर पहुंच गए और खेत में ही धरना देकर काम रोक दिया। किसानों के समर्थन में धरना स्थल पर पहुंचे भाजपा जिलाध्यक्ष राजकिशोर सिंह ने बताया कि एनटीपीसी एवं जिला प्रशासन किसानों के साथ बैठक कर मामले का समाधान करे, तभी काम होगा। स्थानीय सांसद गिरिराज सिंह को भी मामले की सूचना दी गई। गिरिराज सिंह की पहल पर एनटीपीसी बरौनी एवं किसानों के बीच बढ़ा टकराव टल गया। काम रोक दिया गया है। जिला प्रशासन, एनटीपीसी एवं किसानों के प्रतिनिधि आपस में बैठकर समस्या का शीघ्र हल निकालेंगे।
किसान शंभू सिंह, गोपाल सिंह, प्रयाग सिंह, पप्पू सिंह, अशोक सिंह समेत अन्य का कहना है कि बंजर होती जा रही जमीन पर कोयला अपशिष्ट भंडारण यार्ड का निर्माण कराने के बदले एनटीपीसी प्रबंधन एवं प्रशासन ने जबरदस्ती उपजाऊ जमीन पर कब्जा कर लिया है। हम लोग किसी हालत में इस उपजाऊ जमीन पर अपशिष्ट यार्ड नहीं बनने देंगे, जान भले चली जाए, लेकिन जमीन नहीं देंगे। किसान इस जमीन के बदले मल्हीपुर मौजा में थर्मल के कचरा के कारण बंजर होती जा रही जमीन के अलावे आसपास की जमीन भी स्वेच्छा से देने को तैयार हैं। लेकिन प्रबंधन उक्त कम उपजाऊ जमीन लेने के बदले पांच किलोमीटर दूर घनी आबादी के बीच स्थित उपजाऊ जमीन पर कोयला अपशिष्ट कचरा का भंडारण करना चाहता है। इससे आसपास की एक हजार एकड़ से भी अधिक उपजाऊ जमीन बंजर हो जाएगी।
अपशिष्ट से निकलने वाले रसायन के कारण आसपास के 50 गांव में पर्यावरण और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। लगातार आंदोलन के बावजूद सरकार और प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। गरीब किसान बेहाल हैं, किसान रो रहे हैं, गिड़गिड़ा रहे हैं। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है, उपजाऊ जमीन को बंजर बनाने की साजिश रची गई है। किसानों का कहना है कि विगत दिनों मरांची थाना में पुलिस अधिकारी, अंचल अधिकारी एवं एनटीपीसी के अधिकारियों के साथ किसानों की बैठक हुई थी। जिसमें कहा गया था कि अधिग्रहण में कुछ गड़बड़ी हुई है, मामले का समाधान करने के बाद काम शुरू किया जाएगा। लेकिन एक बार फिर लॉकडाउन में यहां काम शुरू किया जा रहा है। हम लोग किसी भी हालत में यह नहीं होने देंगे।