मुंगेर : जिले में गंगा पुल के एप्रोच पथ में लिए गए किसानों कि जमीन का मुआवजा अभी तक नहीं मिला है. इसी को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा उचित मुआवजा नहीं दिए जाने और जमाल किता मौजा का अबतक मूल्य निर्धारण नहीं किए जाने को लेकर किसानों ने गंगा पुल के एप्रोच पथ के निर्माण कार्य को रोका और धरना दिया. गांव के कई लोगों ने कार्यस्थल के पास धरना पर बैठ गए. किसानों को समझाने के लिए जिला प्रशासन के आला अधिकारी धारनास्थल पर पहुंचे.
साथ ही जिला प्रशासन को विरोध नारे भी लगाए. इस मामले में किसानों की माने तो गंगा पुल एप्रोच पथ (नव निर्माणाधीन राष्ट्रीय राज मार्ग संख्या-333B) के लिए अधिग्रहण की गई किसानों की जमीन का मूल्य भू-अर्जन विभाग द्वारा 4500 रुपए डिसमिल लगाया गया है. यानी के एक कट्ठा जमीन का मूल्य 15 हजार रुपए लगाया गया है. सरकार इस निर्धारित मूल्य का चार गुना कीमत प्रति कट्ठा 60 हजार एवं अन्य लाभ चार हजार यानी के प्रति कट्ठा कुल 64 हजार देगी.
वर्तमान समय में उक्त जमीन का बाजार मूल्य छह-सात लाख रुपए प्रति कट्ठा है. इतना ही नहीं अबतक 47 किसानों का रैयतीकरण भू-अर्जन विभाग द्वारा नहीं किया गया है और ना ही जमाल किता मौज का मूल्य ही निर्धारित हो पाया है. जबकि 16 जनवरी 2019 को मुंगेर जिला के हवेली खड़गपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए खुले मंच से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा पुल एप्रोच पथ में जाने वाले हर जमीन मालिको को मुआवजा देने की घोषणा की थी. परंतु आज तक इन किसानों को उनकी जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिल पाया है. जबकि उच्च न्यायालय पटना ने भी एनएच निर्माण में आ रहे सारे अवरोधों को दूर करने के लिए 31 दिसंबर तक का डेडलाइन सबंधित जिला के जिलाधिकारियों को दिया है.
साथ ही इस मामले में भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री बिहार ने भी जनवरी 2021 तक किसानों को मुआवजा देने का निर्देश दिया है. इन सब बातों को देखते हुए किसानों ने गंगा पुल एप्रोच पथ (नव निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-333B) के निर्माण कार्य बंद कर दिया है. इसके पूर्व भी किसानों ने 25 दिसंबर को गंगा पुल एप्रोच पथ (नव निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-333B) के पास आमसभा किया था. अपनी मांगों से संबंधित आवेदन जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों को दिया था.
बावजूद इसके इनकी मांगे न मानी गई तो ये उग्र आंदोलन करेंगे. गंगा पुल एप्रोच पथ (नव निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-333B) के निर्माण कार्य को किसानों द्वारा रोके जाने कि सूचना जिला प्रशासन को मिलते ही एनएचAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. सूरज प्रकाश, एसडीओ सदर खगेशचंद्र झा, एडीएम, भू-अर्जन पदाधिकारी राजेश कुमार और एसपी सिंघला के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर संतोष कुमार ने धरनास्थल पर पहुंचकर किसानों को समझाने का काम किया. एप्रोच पथ निर्माण कार्य को शुरू करवाने की कोशिश की परंतु सब बेकार साबित हुआ.
मो. इम्तयाज खान की रिपोर्ट