पटना ब्यूरो
पटना: डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को ट्विट कर बताया कि लॉकडाउन में फंसे छात्रों-मजदूरों को स्पेशल ट्रेन से वापस लाने पर किसी से किराया नहीं लिया जा रहा है, बल्कि सबको उनके प्रखंड मुख्यालय तक सुरक्षित पहुंचाया जा रहा है। जिनका किराया लगा है, उन्हें पैसे दिये जाएंगे। सरकार ने घर वापस लौटने वाले सभी मजदूरों को पांच-पांच सौ रुपये अतिरिक्त देने का भी फैसला किया है। जिन्हें इस कठिन समय में मजदूरों के लिए कुछ नहीं करना है, वे कभी दो हजार बसे भेजने को उतावले दिखते हैं, तो कभी 50 ट्रेनों का किराया भरने के लिए थैली दिखाने लगते हैं।
उन्होंने यह भी लिखा कि लॉकडाउन-2 में मजदूरों को रोजगार देने में बिहार का प्रदर्शन काफी उत्साहवर्धक रहा। 7971 पंचायतों में मनरेगा के तहत छह लाख से ज्यादा मजदूरों को काम मिला। 24,500 करोड़ के जल-जीवन-हरियाली मिशन से संबंधित 21 हजार योजनाओं में आज दो लाख गरीबों को काम मिल रहा है, जबकि राजद ने इस मिशन का विरोध किया। जो लोग अपने राज में पशुओं का चारा और सड़क निर्माण सामग्री( अलकतरा) खरीदने तक में करोड़ों रुपये का घोटाला करते पकड़े गये, उन्हें भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस वाली एनडीए सरकार के विकास कार्यों में केवल घोटाला दिखता है, गरीब का कल्याण नहीं।