मुंबई : एंटरटेनमेंट जगत दूर से जितना चकाचौंध भरा लगता है, असल में उतना होता नहीं है. ग्लैमर वर्ल्ड में नेपोटिज्म, रेसिज्म जैसे मुद्दे काफी आम है. समय-समय पर इसकी चर्चाएं उठती है. अब मशहूर गायक कुमार सानू की बेटी शैनन ने इस मामले पर बात करते हुए अपनी आपबीती सुनाई है. सिंगिंग की दुनिया में अपने पिता कुमार सानू की ही तरह उनकी बेटी शैनन भी नाम कमा रही हैं. उन्होंने अपने करियर की शुरूआत हॉलीवुड से की है. वह बताती हैं कि, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में भी उन्हें रंगभेद का सामना करना पड़ा है.
उन्होंने कहा कि मुझे वास्तविक जीवन में बहुत मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है. बचपन में मुझे तंग किया गया है. हम अक्सर पश्चिमी देशों में नस्लवाद का सामना करते हैं. मुझे याद है कि जब मैं ऑडिशन के लिए जाती थी तो मुझे नीचा दिखाया जाता था क्योंकि मैं वहां मौजूद अन्य लोगों से अलग दिखती थी. ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए तब मैं काफी छोटी थी. मैं ऑडिशन से रोते हुए घर आती थी और इससे मेरा आत्मविश्वास टूट जाता था. मुझे न सिर्फ एक कलाकार बल्कि एक इंसान के रूप में भी साबित करना था.
शैनन बताती हैं कि अब उन्होंने इस तरह की चीजों से निपटना सीख लिया है. यहां तक कि उन्होंने भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इस मुद्दे पर एक गीत बनाने का भी फैसला किया है. गौरतलब है कि शैनन अपनी मां के साथ कम उम्र में ही लंदन चली गई थीं. वहीं उन्होंने संगीत की शिक्षा ली. इसी बातचीत में आगे उन्होंने अलका याग्निक, श्रेया घोषाल और अरिजीत सिंह जैसे गायकों के साथ काम करने की भी इच्छा जाहिर की है. यही नहीं उन्होंने फिल्मों में काम करने की भी बात की है.