EDUCATION: चाणक्य आईएएस अकैडमी ने शनिवार को रविंद्र भवन में सेमिनार आयोजित किया. जहां पर यूपीएससी 2021 परीक्षा में चयनित विद्यार्थियों ने उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए अपने अनुभवों को साझा किया. साथ ही उनके भावी जीवन की सफलता के लिए सिविल सेवा परीक्षा की बारीकियों को समझा कर उनका व्यापक पैमाने पर मार्गदर्शन किया। जिससे सभागार में उपस्थित हजारों छात्रों में व्यापक उत्साह देखने को मिला।
डॉ कृष्णा जी ने अपने स्वागत भाषण में अकेडमी के इतिहास के स्वर्णिम उपलब्धियों को बताया कि चाणक्य आईएएस अकैडमी से इस वर्ष यूपीएससी में रिजल्ट काफी अच्छा रहा है। एकेडमी के विभिन्न सेंटरों से लगभग 200 से अधिक विद्यार्थी सफल रहे हैं। उन्होंने बताया कि चाणक्य आईएएस अकैडमी की स्थापना सतगुरु ए के मिश्रा ने दिल्ली में की थी। आज संस्था का मुख्यालय सत्य निकेतन में स्थित है। दिल्ली में भी इसकी अन्य शाखाएँ है.29 वर्षों में इस संस्थान ने देश को लगभग 5000 आईएस आईटी ए तथा अन्य राज्य स्तरीय सिविल सेवाओं में हजारों अन्य चयनित विद्यार्थी इस देश को दिया है। डॉ कृष्णा के ने आगे बताया कि चाणक्य आईएएस अकैडमी आज देश की सर्व प्रतिष्ठित संस्था है जो विद्यार्थियों का ना केवल मार्गदर्शन करती है बल्कि उन्हें सिविल सेवा में चयनित कराने में सहायता भी प्रदान करती है. उन्होंने कहा की भविष्य के नौकरशाहों को अपने शिक्षण मार्गदर्शन से व्यापक पैमाने पर नैतिक एवं प्रशासनिक कौशल भी प्रदान करती है.
संस्थापक निर्देशक एके मिश्रा ने सिविल सेवा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को रवींद्र भवन में सभा को संबोधित करते हुए कहा की चाणक्य आईएएस एकेडमी वैसे दूरदराज के छात्र जिनकी बहुत सीधे तौर पर एकेडमी तक नहीं होती है, उनके लिए दूरस्थ शिक्षा का भी प्रबंध करती है। सिविल सर्विस की तैयारी मुश्किल नहीं है। कोई भी व्यक्ति जो निम्नतम अहर्ता रखता है वह एक उचित मार्गदर्शन में निर्दिष्ट मापदंडों का पालन करके इस परीक्षा में उत्तीर्ण कर सकता है। इसके लिए लक्ष्य बिल्कुल स्पष्ट होना चाहिए। विद्यार्थी को यह पता होना चाहिए कि उसे क्या बनना है, कब बनना है, क्यों बनना है और कैसे बनना है। अब विद्यार्थियों का गोल बिल्कुल क्लियर होना चाहिए। जब तक गोल क्लियर नहीं होगा तब तक अपेक्षित मोटिवेशन का भाव देखने को मिलता है और इस परीक्षा में सही मार्गदर्शन के साथ-साथ मोटिवेटेड रहना आवश्यक है।
उन्होंने आगे कहा, मनुष्य अपनी आंतरिक शक्तियों को उजागर कर आगे बढ़ता है और लक्ष्य हासिल करता है। यदि लक्ष्य निर्धारित कर के दृढ़ इच्छा शक्ति से उचित मार्गदर्शन में आगे बढ़े तो सफलता अवश्य हासिल होगी। छात्रों को सलाह देते हुए श्री मिश्रा ने कहा कि आप सभी में कुछ कर गुजरने की अपार सकती है। सिर्फ आप अपने विवेक का उचित मार्गदर्शन में इस्तेमाल करें।
इस अवसर पर विद्यार्थियों का तोहफा देते हुए नई शुरुआत की घोषणा की एवं उसका उद्घाटन भी किया। यूपीएससी की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा जिसमें निरंतर ऐसे करते रहेंगे। यूपीएससी के छात्रों को लाभांवित करने वाले कमरों का निर्माण किया जाए जो उन्हें सुविधाओं से लैस हो जो किसी बड़े महानगर में किसी बड़े संस्थान में उपलब्ध होती है ताकि विद्यार्थी अपने घर में रहकर सुविधा संपन्न सेंट्रो में तैयारी कर सकें और महानगरों में दैनिक जीवन के लिए अन्य व्यवस्था करने में जो उनकी ऊर्जा है वह अपनी तैयारी में लगा कर अपना लक्ष्य हासिल कर सके। इसकी जिम्मेदारी दी गई। पिछले 10 वर्षों में व्यापक पैमाने पर मेहनत की और इसका अपेक्षित परिणाम चाणक्य आईएएस अकैडमी से आ रहा है।
-अनामिका की रिपोर्ट