JHARKHAND : झारखंड में अपराधी बेलगाम है ,हर दिन चोरी लूट हत्या की वारदात को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दे रहे है। लूट चोरी तो छोड़िये यहां मॉब लिन्चिंग की घटना को भी अंजाम देने से लोग कतई परहेज नहीं कर रहे है। कानून को अपने हाथ में लेकर लोग बड़े ही आराम से किसी को मौत के घाट उतार रहे है। ऐसे कई मामले राजधानी रांची में पिछले एक हपते में देखने को मिले।
घटना के बाद एक ओर पुलिस कार्रवाई कर रही है। वहीं दूसरी ओर राजनीति बयानबाजी शुरू है। एक ओर भाजपा राज्य में विधि व्यवस्था फेल होने का आरोप लगा रही है। भाजपा का पलटवार करते हुए झामुमो भाजपा पर ही सवाल खड़ा करने में लगी है। बात ओरमाँझी में हुए मॉब लिन्चिंग की करें तो यहाँ भीड़ ने चोरी का आरोप लगाकर एक 35 वर्षीय युवक को बांध कर पिटाई कर दिया।
जिससे उसकी मौत मौके पर हो गई है।जैसे ही मामले की जानकारी पुलिस को मिली,पुलिस ने कार्रवाई करते हुए छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस मामले में पुलिस अधीक्षक नौशाद आलम ने बताया कि कुछ लोगों ने कानून को हाथ में लेने का काम किया था जिसे सलाखों के पीछे भेज दिया गया है। एसपी ने तो दावा किया की जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
लेकिन एक सवाल पुलिस पर भी उठ रहा है कि आखिर पुलिस वारदात को रोकने में सक्षम क्यों नहीं हो रही है. आखिर पेट्रोलिंग कहाँ करती है कि अपराधी खुलेआम वारदात को अंजाम दे रहे है.भाजपा इसे मुद्दा बना कर सरकार को घेरने में लगी,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने राज्य में विधि व्यवस्था फेल होने का दावा किया है।इस पुरे मामले में भाजपा का पलटवार करते हुए झामुमो ने उल्टा भाजपा पर ही सवाल खड़ा कर दिया।
वहीं झामुमो ने पूछा की जब रघुवर दास की सरकार थी। तब मुख्यमंत्री आवास के पास गोली चल रही थी। अपराध ज़ीरो हो ऐसा किसी भी राज्य में संभव नहीं है। लेकिन हमारी पुलिस अपराधियों को दबोच कर सलाखों के पीछे भेज रही है। फिलहाल आरोप प्रत्यारोप तो लगता रहेगा। लेकिन राज्य में ऐसे कृत्य करने वालों पर पुलिस को एक कड़ा एक्शन लेने की जरूरत है जिससे इस तरह की घटना को अंजाम देने से पहले दस बार लोग सोचे।
झारखंड से गौरी रानी की रिपोर्ट