नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा कि 25 मई से कुछ डोमेस्टिक फ्लाइट शुरू हो जाएंगी। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने आज पैसेंजर और एयरपोर्ट ऑपरेटर्स के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) भी जारी कर दिया है। 14 साल तक के बच्चों को छोड़ बाकी सभी यात्रियों को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना जरूरी होगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी गाइडलाइन जारी की हैं। एएआई के एसओपी और मंत्रालय की गाइडलाइंस को सवाल-जवाब में समझिए-
क्या फिजिकल चेक-इन कर सकेंगे?
इस बारे में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने स्थिति साफ की है। यात्री फिजिकल चेक-इन नहीं कर पाएंगे। जो पहले से वेब चेक-इन करके आएंगे, उन्हें ही एयरपोर्ट पर एंट्री मिलेगी।
बैगेज की लिमिट कितनी होगी?
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के मुताबिक एक यात्री को सिर्फ एक बैग ले जाने की परमिशन मिलेगी। वेब चेक-इन के वक्त ही ये बात क्लीयर हो जाएगी।
फ्लाइट के टाइम से कितनी देर पहले पहुंचना होगा?
कम से कम 2 घंटे पहले पहुंचना जरूरी होगा। एयरपोर्ट टर्मिनल में उन पैसेंजर को ही एंट्री मिलेगी, जिनकी फ्लाइट अगले 4 घंटे में होगी।
प्रोटेक्शन के लिए क्या जरूरी?
सभी यात्रियों को मास्क और गलव्ज पहनना जरूरी होगा।
आरोग्य सेतु ऐप में ग्रीन स्टेटस नहीं हुआ तो?
14 साल तक के बच्चों को छोड़ सभी को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना पड़ेगा। एंट्री गेट पर इसकी जांच की जाएगी। जिनके ऐप में रेड स्टेटस होगा, उन्हें एंट्री नहीं मिलेगी।
किसी के पास आरोग्य सेतु ऐप नहीं हुआ तो?
ऐसे लोगों के लिए एयरपोर्ट पर अलग से काउंटर होगा, वहां जाकर ऐप डाउनलोड कर सकेंगे।
थर्मल स्क्रीनिंग कहां होगी?
एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग में एंट्री से पहले ही एक तय जगह पर स्क्रीनिंग जोन से गुजरना होगा। इसके लिए थर्मल स्क्रीनिंग स्टेशन तैयार किए जा रहे हैं।
गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग यात्रा कर पाएंगे?
उड्डयन मंत्रालय ने मना तो नहीं किया, लेकिन सलाह दी है कि बुजुर्ग, गर्भवती और बीमार लोग अभी हवाई सफर नहीं करें।