PATNA: बिहार सरकार स्वच्छता को लेकर विशेष रूप से सरकारी स्कूलों में एक नई पहल की शुरुआत की है। सरकारी स्कूलों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने और स्वच्छता की रैंकिंग कराने की भी जिम्मेवारी शिक्षा विभाग ने अब ले ली हैं। शिक्षा विभाग के द्वारा स्वच्छता पुरस्कार वितरण समारोह का भी आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने किया। वही शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने 26 स्कूलों के प्राध्यापक को 50-50 हजार की राशि देकर सम्मानित करने का काम किया है।
वहीं उन्होंने स्वच्छता में बेहतर काम करने वाले सरकारी स्कूल के हेड मास्टर और टीचर को भी सम्मान देने का काम किया वहीं शिक्षा मंत्री ने साफ तौर पर कहा कि बिना स्वच्छता के बेहतर शिक्षा की कल्पना नहीं की जा सकती है। हम सभी अपने छात्रों को अपने आसपास अपने घर और स्कूलों को स्वच्छ रखने विशेष रुप से ट्रेनिंग देने का काम करें। साथ ही छात्रों को आज के समय में स्वच्छता को लेकर जागरूक करने और लोगों को भी जागरूक होने की अपील करनी चाहिए ताकि हम अपने आसपास की जगह को स्वच्छ रख सकें। सरकार ने इसी को लेकर अब पुरस्कार वितरण कार्यक्रम चलाया है। ताकि छात्र और स्कूल के टीचर भी स्वच्छता को लेकर एक अभियान चला सके और इसमें जनभागीदारी हो सके। शिक्षा विभाग ने इस नई पहल के तहत अब ऑनलाइन पुरस्कार राशि भी देने की योजना बनाई है।
ताकि छात्रों को छात्रों को जागरूकता करने में कोई परेशानी ना हो। समाज के सभी लोगों को स्वच्छता को लेकर एक संदेश भी दी जाए। 26 सरकारी स्कूलों को राज्य सरकार ने जो पुरस्कार राशि दी है। उसमें प्रथम तीन स्कूल की हेड मास्टर महिला थी। शिक्षा मंत्री ने महिला टीचरों को भी संबोधित करते हुए कहा कि सभी लोग अपने-अपने स्कूलों को साफ सुथरा रखें ताकि स्वच्छता से बीमारी ना हो देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी स्वच्छता को लेकर एक बड़ा जन अभियान चलाया था। महात्मा गांधी ने अपने उद्बोधन में कहा था कि हम अपने आसपास के वातावरण को ही नहीं स्वच्छ रखें बल्कि अपने शौचालय को अपने बेडरूम से ज्यादा स्वच्छ रखें।
पटना से संजय कुमार की रिपोर्ट