PATNA : बिहार में विकास से जुड़े कार्य समय पर हो या ना हो लेकिन किसी ना किसी मुद्दे को लेकर सियासत में हलचल जरूर ही मची रहती है. हर बार कोई ऐसा मुद्दा सामने आ जाता है जिस पर राजनीतिक नेताओं की बयानबाजी शुरू हो जाती है. इसी क्रम में एक बार फिर बिहार सरकार के मंत्री का विवादित बयान सामने आ गया है. दरअसल, बिहार के शिक्षा मंत्री ने हिन्दुओं की सबसे पवित्र पुस्तक माने जाने वाली रामचरितमानस को लेकर बड़ा बयान दे दिया है. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह ने रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बता दिया है. उनका साफ़-साफ़ कहना था कि रामचरितमानस लोगों को बांट रहा है.
उन्होंने यह भी कहा कि, एक युग में मनुस्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस, तीसरे युग में गुरु गोवलकर का बंच ऑफ थॉट, ये सभी देश और समाज को नफरत में बांटने वाले ग्रंथ हैं. यह भी कहा कि, यही कारण है कि कई लोगों ने मनुस्मृति को जलाने का काम किया। नफरत देश को कभी भी महान नहीं बनाएगी. देश को महान केवल मोहब्बत ही बना सकती है. बता दें कि, नालंदा खुला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया था, जिसमें मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने यह बातें कही. वहीं, अब उनके बयान का जबरदस्त विरोध होना शुरू हो गया है.
पटना से अनिल कुमार की रिपोर्ट