झारखंड: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से प्रवर्तन निदेशालय (ED) आज जमीन घोटाले में पूछताछ करेगा। सीएम हाउस में हेमंत सोरेन अपना बयान देंगे। इधर सत्ता पक्ष के सभी विधायकों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। सूत्रों की माने तो जेएमएम विधायकों की बैठक 11 बजे होनी है। पहले ये मीटिंग 10.30 बजे होनी थी। मुख्यमंत्री आवास की तरफ से सभी विधायकों को फोन करके बुलाया गया है। यह भी कहा जा रहा है कि विधायक पूछताछ के दौरान सीएम आवास में रहेंगे। राजनीतिक सूत्रों की मानें तो सीएम ने यह तैयारी इसलिए की है कि अगर उनकी गिरफ्तारी होती है तो इससे पहले वह विधायकों की मौजूदगी में अहम फैसला ले सकें।
मुख्यमंत्री आवास के पास बढ़ी गहमागहमी
इधर ईडी अधिकारियों की पूछताछ को लेकर मुख्यमंत्री आवास के पास गहमागहमी बढ़ गई है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। खास तौर से सीएम हाउस और ईडी ऑफिस के बाहर। दोनों जगह बैरिकेडिंग की गई है। जमीन घोटाले से जुड़े मामले में ED सीएम से सवाल-जवाब करेगी। ED ने अपने 7वें समन में कहा था कि बड़गाईं अंचल के उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के घर से छापेमारी में जमीन से जुड़े कई अहम दस्तावेज मिले थे। इसी मामले में आपकी संपत्ति का भी विवरण प्राप्त करना है, इसलिए पूछताछ जरूरी है। क्योंकि, यह सरकारी दस्तावेजों से छेड़छाड़ का मामला है।
सीओ से सीएम तक पूछताछ
सीएम हेमंत सोरेन से जिस मामले पूछताछ होनी है, वह जमीन घोटाला मामला है। इस घोटाले की पड़ताल की शुरुआत एक सीओ (सर्कल ऑफिसर) की जांच से शुरू हुई थी। जांच बढ़ते-बढ़ते कोलकाता के रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस के दफ्तर तक पहुंची। जहां खुलासा हुआ कि 36 फर्जी डीड और कागजात के जरिए रांची में सेना की जमीन सहित अन्य सैंकड़ों एकड़ जमीन का फर्जी सौदा हुआ है। इसमें छोटे दफ्तर के अधिकारी से लेकर जिले के उपायुक्त और बड़े-बड़े व्यापारी भी शामिल हैं। इन सब के तार आखिर में सीएम तक पहुंच रहे थे।
कमिशनर की रिपोर्ट के आधार पर ED ने मारा छापा
रांची में सेना की जमीन को गलत तरीके से बेचने के मामले की जांच रांची के कमिशनर नीतिन मदन कुलकर्णी ने की। कुलकर्णी ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया था कि फर्जी नाम और पते के आधार पर सेना की जमीन पर अवैध कब्जा किया गया है। अपनी रिपोर्ट में उन्होंने सरकार के डीसी समेत जालसाजी में शामिल सभी अधिकारियों पर कार्रवाई की अनुशंसा की थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई थी।
रांची नगर निगम ने दर्ज कराई शिकायत
जमीन घोटाला मामले में रांची नगर निगम ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद इस पूरे मामले में ED की एंट्री हुई। जांच एजेंसी ने नवंबर 2022 में रांची के बड़े व्यापारी और न्यूक्लियस मॉल के मालिक विष्णु अग्रवाल के साथ अमित अग्रवाल के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस दौरान इनके पास से कई अहम दस्तावेज अधिकारी के हाथ लगे।
13 अप्रैल को 21 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी
तमाम पड़ताल के बाद 13 अप्रैल 2023 को रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन, बड़गाईं अंचल के अधिकारी मनोज कुमार, कर्मचारी भानु प्रताप समेत जमीन के कारोबार से जुड़े 21 ठिकानों पर छापा मारा। इसमें विष्णु अग्रवाल के मोबाइल से चौंकाने वाला खुलासा हुआ था। कांके रोड स्थित सीएम आवास के बाहर जेएमएम समर्थकों के पहुंचने की आशंका को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक रूट में बदलाव किया गया है। सीएम आवास तक पहुंचने से पहले भीड़ को रोकने के लिए कांके रोड स्थित जस्टिस एलपीएन शाहदेव चौक और राम मंदिर चौक के पास बैरिकेडिंग की गई है।