RANCHI : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने पूछताछ शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री के ईडी कार्यालय में दाखिल होने के बाद दो गाड़ियों से ईडी के अधिकारी दाखिल हुए. इसके बाद ईडी ऑफिस का गेट बंद कर दिया गया. मुख्यमंत्री से पूछताछ के पहले रांची में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. रांची के उपायुक्त राहुल सिन्हा ने बताया कि राजधानी में 1500 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को ड्यूटी पर लगाया गया है. जगह-जगह बैरिकेडिंग की गयी है. एयरपोर्ट जाने के लिए वैकल्पिक रास्ता तैयार किया गया है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय पहुंच गये हैं. अवैध खनन घोटाला मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी को उनसे पूछताछ करनी है. इससे पहले मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने सीएम आवास में प्रेस को संबोधित किया और अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार करार दिया. बता दें कि, इससे पहले सीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि, मेरे ऊपर लगे सभी आरोप निराधार हैं. मेरी सरकार के कार्यकाल में रेवेन्यू की जबर्दस्त बढ़ोतरी हो रही है. पूर्व की सरकारों पर लगे आरोपों को देखेंगे, तो रेवेन्यू में नुकसान हो रहा था. कार्रवाई की गति काफी धीमी थी. जब राज्य के संसाधन को हम बढ़ा रहे हैं, राज्य के समग्र विकास की लंबी लकीर खींची जा रही है, ऐसे में सरकार के ऊपर जनता ने जो विश्वास किया है, वह विपक्षियों को रास नहीं आ रहा है. उन्हें यकीन हो गया है कि वे राजनीतिक हाशिये पर जा चुके हैं.
हेमंत सोरेन ने कहा कि देश के लोकतंत्र का सम्मान होना चाहिए. लोकतंत्र में काम करने वाले लोगों को निष्पक्ष तरीके से काम करना चाहिए. मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं. पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आज मैं ईडी के कार्यालय में जा रहा हूं. इस बात पर निश्चित रूपसे जोर दूंगा कि इस कार्रवाई की वजह क्या है. आज गिट्टी-बालू देश का सबसे बड़ी रेवेन्यू व्यवस्था है, तो मैं कह रहा हूं कि गिट्टी-बालू, पत्थर-चिप्स को भारत सरकार मेजर मिनरल में शामिल कर दे. कोयला, लोहा को माइनर मिनरल बता कर उसे राज्य सरकार के हवाले कर दे.
रांची से गौरी रानी की रिपोर्ट