बेगूसराय : कोरोना वायरस यानी वैश्विक महामारी रोकने के लिए जहां प्रधानमंत्री के द्वारा लॉकडाउन आदेश दिया गया. लेकिन इसके बावजूद भी कई लोग ऐसे भी है जो कि घर से बेवजह रास्ते पर घूमते नजर आ रहे हैं. वहीं इसी समाज में ऐसे लोग भी हैं जो इस वैश्विक महामारी को रोकने के लिए अपनी जान तक दांव पर लगाए हुए हैं.

बखरी पीएचसी में कार्यरत स्वास्थय कर्मी डॉ. अरुण कुमार, बीसीएम सुमन कुमार, बीएचएम मनीष कुमार, लैब टेक्नीशियन कमलेश कुमार और फार्मासिस्ट प्रभात कुमार यह सभी उन्हीं लोगों में से एक है. जो 15 मार्च से लगातार बिना छुट्टी लिए हुए रोजाना 15 से 18 घंटे अपनी सेवा दे रहे हैं. लोगों की जांच कर उन्हें सलाह भी दे रहे हैं. कोरोना के खिलाफ जंग को अपने जीवन का सबसे बड़ा कर्मयुद्ध मानने वाले इस धरती के भगवान भी बाहर से गांव में आ रहे लोगों की लगातार जांच कर रहे हैं.

वहीं प्रदेश से 40 लोग बखरी गांव पहुंचे. वहीं गांव के लोगों ने गांव में नहीं घुसने दिया. स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना बखरी थाने पुलिस को दी. मौके पर बखरी थाने पुलिस पहुंचकर 40 मजदूर को एक स्कूल में शिफ्ट कराया. जहां मेडिकल के द्वारा बारी-बारी से सभी लोगों की जांच की जा रही है. बीसीएम सुमन कुमार ने बताया कि जब से कोरोना के फैलने का खतरा बढ़ा है वो बहुत कम देर के लिए घर जा पा रहे हैं. खुद को स्वास्थ्य कर्मी बता रहे हैं. हमारा स्वास्थ्य इन्फ्रास्ट्रचर बहुत मजबूत नहीं है. ऐसे में इतनी बड़ी चुनौती से निपटने के लिए हम सभी को अपने कार्य में निरंतर जुटने की जरूरत है.

उनका कहना है कि डॉक्टरों का साथ देना हम सब का दायित्व है. स्वास्थ्य कर्मी इस समस्या को अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं लेकिन सबसे बड़ी जिम्मेदारी आप लोगों की है. आपलोग लॉकडाउन का पालन करें और घर से बाहर ना निकले.


जीवेश तरुण की रिपोर्ट