रोहतास: कोरोनकाल में भी अस्पताल कर्मियों के द्वारा बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। जहां रोहतास जिला के संझौली प्रखंड में मौजूद स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के द्वारा बिना कोरोनावायरस के जांच सैंपल लिए ही एक ही परिवार के 2 सदस्यों को पॉजिटिव घोषित कर दिया। इस बारे में जब परिवार के सदस्यों को पता चला कि वह कोरोना के पॉजिटिव है तो उनके पैर तले जमीन खिसक गई। परिवार इस बात को समझ नहीं सका कि बिना सैंपल लिए ही स्वास्थ्य विभाग के द्वारा उन्हें कैसे पॉजिटिव घोषित कर दिया गया।
जाहिर है स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही के कारण ही दोनों परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित होना पड़ा। परिवार वालों को इसकी जरा भी भनक नहीं थी कि वह कोरोना पॉजिटिव है। क्योंकि डॉक्टरों के द्वारा उनका कोई सैंपल नहीं लिया गया था। लेकिन अचानक घर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचला अधिकारी के द्वारा थाने के लोग पहुंचे और महिला और उसके पति को कोरोनावायरस का मरीज बात दिया और सरकारी हुक्मरानों ने परिवार वालों को हुक्म देते हुए होम क्वॉरेंटाइन रहने का आदेश सुना दिया। लेकिन जैसे इस बात की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को लगी कि परिवार वाले का सैंपल लिए बिना ही रिपोर्ट पॉजिटिव दे दिया गया है। उसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा परिवार वालों को फोन कर इस बात का भरोसा दिलाया जाने लगा कि उनका नाम गलती से आ गया है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के इस गलती के बाद सारे सिस्टम पर सवाल खड़ा कर रहा है। इस संबंध में जब सिविल सर्जन डॉक्टर सुधीर कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया।
जाहिर है सिविल सर्जन के खामोशी से साफ जाहिर होता है कि स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी लापरवाही को छुपाने का मंसूबा बना लिया है। वह इस संबंध में संझौली प्रखंड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी ने बताया कि महिला को जांच के लिए बुलाया गया था। लेकिन वह जांच कराने नहीं पहुंची। ज़ाहिर है जब महिला जांच कराने पहुंची ही नहीं तो आखिर उस महिला और उसके परिवार वालों का रिपोर्ट कैसे पॉजिटिव आ गया। इस संबंध में पीड़ित महिला ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण उन्हें मानसिक तौर पर प्रताड़ित होना पड़ा है। क्योंकि बिना सैंपल लिए ही उन्हें कोरोनावायरस का मरीज घोषित कर दिया गया। बहरहाल स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही के कारण कई सारे सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग की चुप्पी से भी यह साफ जाहिर हो रहा है कि विभाग में कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। जिले का स्वास्थ्य विभाग सब कुछ राम भरोसे चल रहा है।