मधुबनी : जिले के हरलाखी में निःशक्ता आयुक्त पटना डॉ. शिवाजी कुमार ने पीड़ित मूक बधिर लड़की के गांव पहुंची. जहां पिड़ित के घर जाकर परिवार को हो रही सभी समस्याओं से अवगत हुए. इस दौरान परिजनों के द्वारा कहा गया कि ना तो पक्का आवास मिला है.ना हि खुद का जमीन है. सरकारी ज़मीन पर फूस के घरों में रहने को विवश है. राशन भी नहीं मिलता है. जिसके बाद आयुक्त ने बीडीओ को कड़ी फटकार लगाई. और सभी समस्याओं को अविलंब निदान करने का बात कही.
उसके बाद आयुक्त ने ग्रामीणों से बारी-बारी से घटना की जानकारी ली जहां सभी ग्रामीणों ने एक ही बात कहा कि इस घटना का मुख्य कारण है गांव में शराब का बिक्री होना. यदि शराब का बिक्री नहीं होती तो संभवतः यह घटना भी नहीं होती. करीब एक घंटा गहन पूछताछ के बाद आयुक्त गांव से करीब दो किलोमीटर दूर घटना स्थल पर जाकर पुलिस पदाधिकारियों से पूछताछ की.
इस दौरान आयुक्त ने पत्रकारों से बताया कि पीड़िता के परिवार और ग्रामीणों के अनुसार गांव में शराब का बिक्री गुप-चुप तरीके से भारी पैमाने पर होती है. इसलिए एसडीपीओ को कह दिया गया है कि गांव में चौबीसों घंटे पुलिस को तैनात रखें साथ ही एसपी मधुबनी को कहा गया है कि गांव में एक पुलिस चौकी लगावें. साथ ही पांच डीसमील जमीन, प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ, अंत्योदय में नाम जोड़ने समेत हर संभव लाभ देने के लिए संबंधित पदाधिकारी व प्रतिनिधि को निर्देश दिया गया है.
उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों को धमकाने वाले को खैर नहीं होगा. इसके लिए एसडीपीओ को कह दिया गया है कि अपने स्तर से मानिटरिंग करते रहेंगे. यदि इस प्रकार से फिर कोई घटना होती है तो संबंधित पदाधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई होगी. कहा की पीड़िता को अधिक से अधिक लाभ दिलाने की सभी प्रक्रिया चल रही है. साथ हि दोषियों को कठोर से कठोर सजा मिले इसके लिए दिव्यागजन अधिकार अधिनियम के तहत जो विशेष कोर्ट है उसमें भी अलग से मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
इस दौरान आयुक्त ने महिलाओं को अधिक सशक्त बनाने के लिए जागरुकता लाने का अपील समाजसेवी व प्रतिनिधियों से की. विदित हो कि विगत 12 जनवरी की दोपहर थाना क्षेत्र के एक गांव मे एक मूक बधिर लड़की के साथ गांव के तीन दरिंदो ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद पहचान को छुपाने के लिए उसकी दोनों आँखे फोड़ दी. जिसकी ईलाज डीएमसीएच के आई वार्ड में चल रही है. हालांकि पुलिस की तत्परता से तिनों आरोपियों को महज दस घंटे के भीतर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
मौके पर एसडीएम बेनिपट्टी अशोक कुमार, एसडीपीओ अरुण कुमार सिंह,सर्किल इंस्पेक्टर राजेश कुमार, हरलाखी थानाध्यक्ष प्रेम लाल पासवान, खिरहर थानाध्यक्ष अंजेश कुमार, साहरघाट थानाध्यक्ष सुरेन्द्र पासवान, बीडीओ अरविंद कुमार सिंह, बीएओ नौशाद अहमद, एएसआइ धर्मेन्द्र कुमार, प्रखंड प्रमुख राजेश कुमार पाण्डेय उर्फ बालाजी, मुखिया राम एकवाल मंडल, समाजसेवी नवल पंडित, विनिता देवी समेत कई प्रतिनिधि व सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.
पप्पू पूर्वे की रिपोर्ट