वाराणसी : देव दीपावली उत्सव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर हैं. हिंदू कैलेंडर के कार्तिक महीने की पूर्णिमा को देव दीपावली मनाई जाती है. इस साल देव दीपावली गंगा नदी के दोनों किनारों पर 15 लाख दीप जलाकर मनाया जा रहा है.

पीएम मोदी ने कहा काशी सबको, पूरे विश्व को प्रकाश देने वाली है. पथ प्रदर्शन करने वाली है. हर युग में काशी के इस प्रकाश से किसी ने किसी महापुरुष की तपस्या जुड़ जाती है और काशी दुनिया को रास्ता दिखाती है. पीएम मोदी ने कहा ऐसा लग रहा है जैसे आज पूर्णिमा पर देव दीपावली मनाती काशी, महादेव के माथे पर विराजमान चन्द्रमा की तरह चमक रही है. काशी की महिमा ही ऐसी है. पीएम मोदी ने कहा हमारे लिए विरासत का मतलब है देश की धरोहर. जबकि कुछ लोगों के लिए विरासत का मतलब होता है, अपना परिवार और अपने परिवार का नाम. हमारे लिए विरासत का मतलब है हमारी संस्कृति, हमारी आस्था. उनके लिए विरासत का मतलब है अपनी प्रतिमाएं, अपने परिवार की तस्वीरें.


पीएम मोदी ने कहा हमारे देवी देवताओं की ये प्राचीन मूर्तियां, हमारी आस्था के प्रतीक के साथ ही हमारी अमूल्य विरासत भी हैं. ये बात सही है कि इतना प्रयास अगर पहले किया गया होता, तो ऐसी कितनी ही मूर्तियां, देश को काफी पहले वापस मिल जातीं. लेकिन कुछ लोगों की सोच अलग रही है. पीएम मोदी ने कहा कोरोना ने बहुत कुछ बदल दिया है. खुशी की बात है कि मां अन्नपूर्णा देवी की मूर्ति वापस आ रही है. कुछ लोगों के लिए विरासत का मतलब अपना परिवार, हमारे लिए- देश की धरोहर है.

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोनै काल में बहुत कुछ बदल गया है लेकिन काशी की उर्जा नहीं बदली है. काशी वैसे ही जीवंत है. यही तो मेरी अभिलाशी काशी है. आज मां गंगा की सानिध्य में काशी प्रकाश का उत्सव मना रही है. मुझे भी इसमें डुबकी लगाने का मौका मिला है.
पीएम मोदी काशी में जनता को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान उन्हें कहा काशी कोतवाल की जय, अन्यपूर्णा की जय. उन्होंने कहा कि सभी काशीवासियों को सभी देशवासियों को कार्तिक पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं. सभी को प्रकाश पर्व की भी बधाई. सीएम योगी ने कहा कि गंगा आज केवल स्नान करने नहीं बल्कि आचमन के लायक हो गई है. प्रधानमंत्री के नमामि योजना के कारण यह संभव हुआ है.
