पटना ब्यूरो
पटना: डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पर हमला किया। अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर उन्होंने लिखा कि लालू-राबड़ी राज में जहां जातीय नरसंहार और नक्सली उग्रवाद के चलते खेती-किसानी चौपट हुई, वहीं हत्या, लूट और उद्यमियों-व्यवसायियों से फिरौती वसूलने के लिए अपहरण की बढ़ती घटनाओं के चलते व्यापार ठप पड़ गया था। ग्रामीण और शहरी, दोनों अर्थव्यवस्था को ध्वस्त कर लालू प्रसाद ने हर वर्ग के लोगों की रोजी-रोटी छीनी और उनको पलायन के लिए मजबूर कर दिया। लालू प्रसाद को अपने राजपाट की भयावहता याद न हो, तो गंगा जल और अपहरण फिल्म फिर से देख लें।
उन्होंने यह भी लिखा कि राजद काल के बिहार में न अच्छी सड़क थी, न पर्याप्त बिजली। विकास ठप था। स्कूली शिक्षा चरवाहा विद्यालय के स्तर पर आ गई थी और राजनीतिक पसंद के लोगों को कुलपति बनाकर विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता नष्ट कर दी गई थी। जिस लालू प्रसाद के कारण लाखों मजदूरों, छात्रों और रोजगार देने वाले उद्यमियों को बिहार छोड़ना पड़ा, वे खुद बिहारियों की मुसीबत और शर्मिंदगी के सियासी गुनहगार हैं। जिन्हें अपने किये के लिए माफी मांगनी चाहिए, वे जेल से ट्वीट कर सवाल पूछ रहे हैं।