मुंगेर में कोरोना सैफ नाम के एक संक्रमित व्यक्ति से फैला था जिसकी मौत 21 फरवरी को पटना एम्स हो चुकी है परंतु मारने के पूर्व उसने मुंगेर के तोपखाना बाजार स्थित नेशनल हॉस्पिटल में उसने अपना इलाज करवाया था। मृतक सैफ लगभग 3 सालों से कतर में वेल्डर के पद पर कार्यरत था। वो कोरोना से संक्रमित हो चुका था जिसके बारे में उसे जानकारी नहीं थी और वो मुंगेर आकर बीमार हो गया जिसके बाग इलाज के लिए पराईवेट अस्पताल में भरती हो गया।

उसे पहले से भी किडनी की समस्या थी। बताया जाता है कि सैफ के इलाज के क्रम में उस अस्पताल के 4 लोग संक्रमित हो गए जिन्हें बाद में इलाज के लिए भागलपुर भेज दिया गया जहां पर वो लोग ठीक बताये जा रहे हैं। घटना के बाद से ही जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट दिख रही है। फिलहाल कोशिश की जा रही है उस चैन को तोड़ने की जिसके संपर्क में सैफ आया था।

मुंगेर स्वास्थ्य विभाग द्वारा अबतक संक्रमण से जुड़े 278 लोगों का जांच कराया जा चुकै है जिसमें केवल 6 लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। स्वाथ्य बिभाग की टीम इस चैन को तोड़ने के लिए नेशनल हॉस्पिटल के 3km के दायरे में रहने वाले सभी लोगों को चिन्हित कर उनकी जांच में जुटी है ताकि इस महामारी के संपर्क में आये लोगों की पहचान की जा सके।
