PATNA: पूर्व मध्य रेलवे रेलवे परीक्षा महेंद्रु घाट के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन देखने को मिला। काफी संख्या में जेई टेक्नीशियन और cen01/2018 & cen03/2018 मेडिकल फिट सारे चरणों में पास हो चुके हैं। लेकिन फिर भी बहाली नहीं हुए जॉइनिंग नहीं हो पाई है। जिसको लेकर आज पटना के महेंद्रु घाट रेलवे परिसर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया।
कैंडिडेट ने सीधा आरोप केंद्र सरकार और रेल मंत्रालय पर लगाया वही रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव की तस्वीर लगा कर जमकर प्रदर्शन किया सीधा आरोप और सीधा हमला कि हमारी जल्द से जल्द नौकरी हो और रोजगार मिले इसको लेकर आज पटना के महेंद्रु घाट के बाहर जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की और कई रेलवे अधिकारियों की गाड़ी को भी रोका रेलवे के टेक्नीशियन अभ्यर्थियों का RRB पटना में 8वे दिन धरना प्रदर्शन जारी है।
रेलवे भर्ती के विज्ञप्ति 01/2018 तकनीशियन के स्टैंडबाई अभ्यर्थियो द्वारा बीते 14 अक्टूबर से धरना प्रदर्शन जारी है
इनलोगो ने 2018 में भर्ती हेतु फॉर्म भरा था पीटी, मेंस, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन तथा मेडिकल परीक्षण पास करने के बाद इनलोगों को प्रतीक्षा सूची में रखा गया था। आपको बता दे कि विज्ञप्ति 01/2018 में असिस्टेंट लोको पायलट तथा तकनीशियन हेतु भर्ती निकाला गया था।
जिसमे से असिस्टेंट लोको पायलट के स्टैंडबाई लिस्ट को मई 2022 में क्लियर करके सभी 5841 असिस्टेंट लोको पायलट को दे दिया गया। इसके बाद टेक्नीशियन के अभ्यर्थी जो उसी विज्ञप्ति के थे उसको नियुक्ति हेतु, रेलवे स्टैंडिंग कमिटी द्वारा 28 जून 2022 को सर्वसम्मति से ये आदेश पारित किया गया। रेल मंत्रालय को भेजा गया कि तकनीशियन के सभी लड़को का 100% वेटिंग हटाकर सबको नियुक्ति दिया जाये।
तब तकनीशियन के 8 क्युल 8649 पदों का डिमांड स्वीकृत किया गया। परन्तु उस स्वीकृत 8649 पदों में से भी सिर्फ 4000 पदों को भरने का काम चल रहा है। उनमें से40- 50% अभ्यर्थियों को ही नियुक्ति दिया जा सका तथा बाकी के अभ्यर्थी अब भी वेटिंग में ही है। लड़को ने रेलमंत्री पर आरोप लगाया कि रेलमंत्री संसद में बोले कि इस साल 18000 नियुक्ति दिया जा चुका है।
परन्तु बाबजूद इसके साल मात्र 12000 लड़को को नियुक्ति हुई। हमलोग की संख्या को भी जोड़कर बोल दिया गया कि इनलोगो को भी नियुक्ति दे दी गयी। छात्र रेलमंत्रालय पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए बोले कि असिस्टेंट लोको पायलट का डिस्ट्रीब्यूशन/डायवर्सन रेलमंत्रालय ने खुद किया परन्तु तकनीशियन के मामले में सभी भर्ती बोर्ड को डायवर्सन के पैनल लेने तथा देने पर रोक लगा रखा है। सभी छात्रों का यही मांग है कि असिस्टेंट लोको पायलट की भांति तकनीशियन का भी 100% वेटिंग क्लियर करके सबको नियुक्ति दिया जाए।
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट