भागलपुरः बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष, केदार नाथ पाण्डेय एवं महासचिव, शत्राुघ्न प्रसाद सिंह, पूर्व सांसद एवं प्रभारी महासचिव विनय मोहन ने बताया है कि बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने झारखण्ड सरकार द्वारा पुरानी पेंशन प्रणाली को लागू करने के निर्णय का स्वागत किया है। इसके पहले छत्तीसगढ़ एवं राजस्थान की सरकार ने भी शिक्षक, शिक्षा के व्यापक हित में ऐसा पहले ही निर्णय लेकर लागू भी कर दिया।
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ की महागठबंधन की सरकार से मांग है कि पूर्व में भी गैर-सरकारी रहते हुए माध्यमिक शिक्षकों को सरकारी कर्मचारियों की भांति भविष्य निधि पेंशन ;पारिवारिक पेंशन सहितद्ध एवं उपादान की शिक्षा विभाग की अधिसूचना संख्या 3431 दिनांक 04 सितम्बर 1968 राज्यादेश संख्या 4018 दिनांक 29 नवम्बर 1978 के अनुसार माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को यह लाभ मिलता रहा।
अब तो सभी नियोजित शिक्षक सरकारी विद्यालयों में कार्यरत हैं तो उन्हें स्वतः यह लाभ मिलना ही चाहिए तभी शिक्षकों के बीच व्याप्त असंतोष और निराशा की भावना दूर हो सकेगी और वे संतुष्ट होकर निष्ठापूर्वक अध्ययन/अध्यापन कार्य कर सकेंगे। यदि 5 सितम्बर को इस आशय की घोषणा की जाय तो शिक्षकों के प्रति सार्थक सम्मान होगा।
भागलपुर प्रमंडल मीडिया प्रभारी डॉ रवि शंकर ने कहा कि पूर्ण वेतनमान के साथ पुरानी पेंशन शिक्षकों को बहुत ही जरूरी है क्योंकि बुढ़ापे में पूरा परिवार इन्हीं पेंशन के सहारे से गुजर बसर कर सकेंगे। आशा करते हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व में शिक्षकों की मांग को लागू किया जाए।
सुलतानगंज से संतोष राज की रिपोर्ट