पटना ब्यूरो
पटना: पूर्व विधान पार्षद प्रोफेसर विनोद कुमार चौधरी मुंगेर महासेतु के एप्रोच निर्माण की मांग सरकार से की है। उन्होंने सिमरिया के राजेंद्र पुल की दुर्दशा पर भी चिंता व्यक्त की है। प्रोफेसर विनोद चौधरी ने अपने बयान में कहा है कि प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु ने डॉ श्रीकृष्ण सिंह के कहने पर बेगूसराय में गंगा नदी पर राजेंद्र पुल नाम से एक बड़ा पुल का निर्माण कराया था। पुल के नीचे से ट्रेन और ऊपर से मोटर गाड़ियां चलती हैं। लगभग 10 वर्षों से इस पुल की दुर्दशा है और आम दिनों में कभी-कभी घंटों पुल पर जाम लगा रहता है। पता नहीं इस पुल के मरम्मत में इतना समय किस कारण से लगा।
स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल में जब नीतीश कुमार रेल मंत्री थे, तो मुंगेर में महासेतु का निर्माण हुआ। जिसका एक किनारा बेगूसराय को छूता है। इस पुल का निर्माण हो चुका है तथा रेल का आवागमन भी चल रहा है लेकिन एप्रोच सड़क के कारण सड़क मार्ग पूर्ण ठप है। जिस कारण प्रमंडल मुख्यालय मुंगेर जाने में बेगूसराय जिला वासियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। वर्तमान प्रधानमंत्री ने कोरोना से मुकाबले के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा की है। हम मांग करते हैं कि अभी मजदूरों की कोई दिक्कत नहीं है इसलिए तुरंत इन दोनों पुलों का कार्य पूरा कर लिया जाए।
बेगूसराय के समाजवादी नेता चितरंजन प्रसाद का कहना है कि यह दोनों पुल बेगूसराय का लाइफ लाइन है। कोरोना के समय चल रहे राहत कार्यों पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार एवं निजी तौर पर भी राहत कार्य तो चल ही रहे हैं। लेकिन करीब 20 वर्षों में गंगा पर मुंगेर पूल का बेगूसराय की ओर से एप्रोच पथ नहीं बनना दुर्भाग्यपूर्ण है। इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि संकट के वक्त विधान पार्षद रजनीश कुमार द्वारा चलाया जा रहे राहत कार्य की प्रशंसनीय है। इनके अलावा अशोक कुमार अमन, श्रीभूमि पाल, पुष्पम प्रियम, पूर्व मेयर संजय, उप मेयर राजीव के अलावा समाजसेवी रामबरन सिंह तथा युवा नेता राणा एवं सौरभ के अतिरिक्त दर्जनों स्वयंसेवी संगठनों एवं संस्थानों ने राहत कार्य चलाकर प्रशंसनीय कार्य किया है। हमारी मांग है कि एक तरफ हमें शीघ्र हमें कोरोना से मुक्ति मिले दूसरी तरफ सिमरिया पुल का शीघ्र निर्माण हो।