रांची : अनुशासित और शांतिपूर्ण ढ़ंग से प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठी चलाना सरकार की असंवैधानिक मानसिकता को दर्शाता है. सरकार एक तरफ निहत्थे कार्यकर्ता पर लाठी चलाती है और दूसरी तरफ निहत्थे कार्यकर्ताओं पर मुकदमा भी दर्ज करवाती है. सरकार एक मतवाले हाथी की तरह राज्य में काम कर रही है. यह बातें बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कही. वह प्रदेश बीजेपी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे.
यह है सरकार का असली चेहरा
दीपक प्रकाश ने कहा कि बीजेपी ने आठ सितंबर को अरगोड़ा मैदान से शांतिपूर्वक यह यात्रा शुरु की थी. किसी भी सरकारी, गैरसरकारी या ट्रैफिक सिस्टम को परेशान नहीं किया गया. समाज के किसी वर्ग को तकलीफ नहीं दी गई, लेकिन जगन्नाथपुर मंदिर के पास पुलिस ने अपना सब्र खोते हुए बेपरवाह लाठीचार्ज कर दिया गया. पुलिस ने महिलाओं को टारगेट कर उनपर हमला किया. महिला कार्यकर्ताओं के कपड़े तक फाड़ दिए गए. यह सरकार का असली चेहरा था.
बाबूलाल और मुझे टारगेट कर बरसाई गई लाठियां
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा मुझे और बाबूलाल मरांडी को टारगेट कर हमपर लाठियां बरसायी गयी. यह सब सरकार के इशारे पर किया गया. पुलिस की भूमिका उस वक्त महादैत्य की तरह लग रही थी. कार्यकर्ताओ के पास कोई लाठी नही थी. फिर भी मुकदमा भाजपा पर किया गया. जनता देख रही है कि किस बेदर्दी के साथ लाठी से घायल कर हम पर मुकदमा किया गया है. पुलिस ने गुरुवार को मुकदमा दर्ज किया वो भी एक दिन पहले की तारीख के दिन. यह केस वैसे सीओ के तरफ से किया गया जो रांची सदर का है और वह घटनास्थल पर मौजूद भी नहीं था.
गुरुजी के कार्यकाल में कोल इंडिया का कितना बकाया था?
दीपक प्रकाश ने हेमंत सोरेन से पूछा है कि कांग्रेस के शासन काल में कोल इंडिया का कितना बकाया कितना था बताएं. गुरुजी के कार्यकाल के समय कोल इंडिया का कितना बकाया था, जबकि गुरुजी उस वक्त केंद्र में मंत्री थे. उस वक्त के कालखंड में डीएमएफ का पैसा आता था क्या. जहां खनिज संपदा है वहां के विकास के लिए कितना पैसा आया इसका जवाब मुख्यमंत्री को देना चाहिए.
गौरी रानी की रिपोर्ट