रांची : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद दीपक प्रकाश एवं जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व विधान पार्षद प्रवीण सिंह ने आज जदयू के रांची स्थित प्रदेश कार्यालय में संयुक्त प्रेसवार्ता कर हेमंत सरकार पर कड़ा हमला बोला. साथ ही प्रवीण सिंह ने जदयू के राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार प्रदेश के दोनों उपचुनाव में एनडीए प्रत्याशी को जदयू के समर्थन की घोषणा की. प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि आज का दिन झारखंड के लिए ऐतिहासिक है. उन्होंने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम बिहार के मुख्यमंत्री विकास पुरुष नीतीश कुमार का समर्थन के लिए आभार प्रकट किया.
प्रकाश ने कहा कि जनता 10 महीने में ही राज्य में चल रहे महाठगबंधन सरकार से निजात चाहती है. राज्य की स्थिति भयावह है. कानून व्यवस्था नाम की यहां कोई चीज नहीं है. मुख्यमंत्री को ना तो न्यायालय पर भरोसा है, न संवैधानिक संस्थाओं पर. प्रकाश ने कहा कि मुख्यमंत्री को अब खुद पर भी भरोसा नहीं रह गया है. इसीलिए वे प्रधानमंत्री से भी अकेले में नहीं बल्कि पूरे कैबिनेट के साथ मिलना चाहते है.
प्रदेश की भयावह स्थिति पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि राज्य ऑन रिकॉर्ड 1200 से ज्यादा बलात्कार और हत्या की घटनाएं घटित हुई है. जिसमे अधिकांश आदिवासी, दलित समाज की नाबालिग लड़कियां शामिल हैं. मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र, ज़िला, उपराजधानी दुमका, राजधानी पुलिस गेस्ट हाऊस और साध्वी आश्रम कुछ भी नही बचा. आज फिर मिर्जाचौकी साहेबगंज की एक घटना प्रकाश में आई है. उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा दुर्भाग्यजनक यह है कि सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन इसकी लीपापोती में जुट जाता है. कुछ मामलों में यदि कार्रवाई हुई है तो वह एनडीए कार्यकार्ताओं के दबाव में.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पूजा के अवसर पर पंडाल में घूम रहे. अच्छा होता कि मां के असली रूप बेटियों की सुरक्षा का वे संकल्प लेते. और अपनी सरकार की नाकामियों के लिए बेटी बहनों से माफी मांगते. प्रकाश ने राज्य की आर्थिक अराजकता पर बोलते हुए कहा कि अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए मुख्यमंत्री केंन्द्र पर दोषारोपण करते हैं. राज्य सरकार 10 महीनों में 20 फीसदी भी बजट को खर्च नही कर पाई है. खजाने में पैसे पड़े हैं और पैसे का रोना रोते है क्योंकि इनकी नियत और नीति दोनों में खोट है. ऐसी निकम्मी सरकार को सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.
राज्य के बदतर हालात पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के संरक्षण राज्य के खनिज संसाधनों की आज बड़े पैमाने पर तस्करी हो रही. इसकी अवैध कमाई झामुमो और सरकार में शामिल दलों के नेताओं की थैली भर रहा. अवैध आमदनी झामुमो के आय का मुख्य स्रोत है. साथ ही कोरोना संकट में भी तबादला उद्योग धड़ल्ले से चल रहा. 2200 से अधिक ट्रांसफर पोस्टिंग ने राज्य को बड़ा आर्थिक बोझ दिया है. अवैध ओवरलोडिंग ढुलाई से संथाल की सड़कें जर्जर हो चुकी है. 725 क्रेशर बिना लीज के चल रहे जिसके संरक्षक झामुमो के लोग हैं.
प्रकाश ने कहा कि ऐसी जनविरोधी, महिला विरोधी, किसान विरोधी, युवा विरोधी और वंशवाद की पोषक सरकार को हटाने के लिए जदयू भाजपा सहित आजसू, झामुमो उलगुलान और लोजपा सब मिलकर संघर्ष करेंगे. हम राज्यहित मे इस सरकार को उखाड़ फेंकने केलिये संकल्पित हैं. उन्होंने कहा कि जनता इस उपचुनाव में इस सरकार की ताबूत में कील ठोकने का कार्य करेगी.
प्रवीण सिंह ने कहा कि हेमंत सरकार के पास राज्य के विकास का विज़न नहीं, कोई कार्ययोजना नहीं. जदयू के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण सिंह ने कहा कि राज्य सरकार को गरीबों की कोई चिंता नहीं है. उन्होंने कहा कि धन कटनी के बाद इस राज्य से बड़े पैमाने पर मजदूरों का पलायन होगा. क्योंकि राज्य सरकार के पास गरीबों की कोई योजना नहीं है. मनरेगा के लिए सरकार के पास जमीन भी उपलब्ध नहीं है. आखिर सरकार कहां काम कराएगी. पदाधिकारी ग्रामीणों को जमीन के लिए धमकाते है. खनिज की बड़े पैमाने पर हो रही तस्करी पर कहा कि सैकड़ों ट्रेक्टर बालू के अवैध उठाव के बाद पांच-सात का चालान बनाकर सिर्फ खाना पूर्ति की जा रही. बालू एक प्राकृतिक संपदा है. परंतु इसके खपत एवं आवश्यकता से संबंधित कोई योजना राज्य सरकार के पास नहीं है.
गौरी रानी की रिपोर्ट