बिहार के ‘द माउंटेन मैन’ के नाम से विख्यात और गया निवासी दशरथ मांझी का परिवार कोरोना लॉकडाउन और बच्ची के एक्सीडेंट की वजह से कर्ज में डूब गया है। इसकी वजह से उनका परिवार अब सरकार से मदद की गुहार लगा रहा है।
पत्नी के प्रेम में पहाड़ का सीना काटकर रास्ता बना देने वाले दशरथ मांझी जिन पर फिल्में भी बनीं, सड़कें बनीं और उनसे लोग इंस्पायर्ड हुए। उनका परिवार आज दूसरों से मदद की गुहार लगा रहा है। द माउंटेन मैन दशरथ मांझी के नाती मद्रास में काम करते थे। कोरोना के चलते देश में लगे लॉकडाउन में काम छूटने के बाद वो अपने घर चले आये तो मुसीबतों का पहाड़ उनपर टूट पड़ा।
पहले तो आर्थिक संकट में घिरे उसके बाद दो वर्षीय नतिनी पिंकी कुमारी का एक्सीडेंट में एक हाथ और पैर टूट गया। परिवार वालों ने गांव वालों से कर्ज लेकर नतिनी का इलाज कराया। उसके इलाज में करीब 45 हजार खर्च हुए। स्थिति अब ये है कि न उनके पास इलाज के लिए रुपये हैं और न परिवार का गुजर बसर करने के लिए। ऐसे में दरशथ मांझी का परिवार सरकार से बच्ची के इलाज के लिए गुहार लगा रहा है।
द माउंटेन मैन के बेटे भगीरथ मांझी को वृद्धा पेंशन और बेटी को विधवा पेंशन का लाभ मिलता था जो वह भी बंद कर दिया गया है। परिवार ने बताया कि पिता पर फिल्म बनाने वाले बॉलीवुड फिल्म निर्देशकों ने फ़िल्म की दो प्रतिशत रॉयल्टी मिलने समेत कई वादे किए गए थे, मगर अभी तक कुछ भी नहीं मिला है। परिजन आज भी पहले की तरह फुस के बने घरों में रहने को मजबूर हैं। मांझी के बेटे ने बताया कि हमलोग बहुत गरीब हैं। बच्ची का इलाज कर्ज लेकर कराये हैं मगर कितना कर्ज लेकर इलाज करायें। बच्ची के इलाज के लिए हमलोगों के पास अब रुपया नहीं हैं। घर से बाहर रह कर काम करता था मगर लॉकडाउन की वजह से घर आ गया और नौकरी भी छूट गई।
मांझी के बेटे ने कहा कि जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव पहले हर महीने 10 हजार रुपये भेजते थे वो भी नहीं मिल रहा है। हालांकि मीडिया में खबर आने के बाद जाप अध्यक्ष सह पूर्व सांसद पप्पू यादव ने अपने पार्टी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष उमेर खान से बात की और उनके परिवार से मिलकर आर्थिक मदद करने का निर्देश दिया। प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष उमेर खान ने भागीरथ मांझी के घर पहुंचकर तत्काल मदद के नाम पर 25 हजार रुपये सौंपे। जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने उनसे फोन पर बात भी की और बच्ची के इलाज का खर्च उठाने का वादा किया। पप्पू यादव ने आश्वासन दिया कि बाढ़ के प्रकोप में फंसे लोगों को राहत पहुंचाने के काम से फुर्सत मिलते ही सीधे उनके पास पहुंचकर दिक्कतों का समाधान करेंगे।