बेगूसराय : बिहार के बेगूसराय से एक खबर है. नौ वर्षीय दलित पुत्र की फांसी लगाकर हत्या की गई. नींबू के पेड़ से शव लटका मिला. बेगूसराय के छौराही ओपी थाना क्षेत्र के परोरा पंचायत अंतर्गत डुमरी गांव के तड़के में एक दलित बालक की फांसी लगाकर हत्या की गई. डाब नींबू के पेड़ से लटका मिलने से पूरे गांव में चर्चा का विषय बन गया है. आखिर कैसे और किसने क्योंकि दलित बालक की हत्या बालक की पहचान डुमरी गांव निवासी कैलाश राम का 13 वर्षीय पुत्र दिलखुश कुमार उर्फ रंगीला के रूप में किया गया.
मृतक बालक के पिता ने बताया कि बरौनी डेयरी में सुधा मित्र के पद पर कार्य कर रहे डुमरी गांव निवासी स्वर्गीय रामखेलावन यादव का पुत्र उमेश यादव के यहां से तकरीबन आठ माह से नौकरी कर रहा था. मवेशियों का चारा काट कर उसे खिलाने का काम किया करता था. प्रतिदिन की भांति आज भी दो बोझा चारा लाकर दरवाजे पर डाल दिया. तीसरी बार घर के पीछे में ही चारा काटने गया था. किसी ने उसकी हत्या कर नींबू के पेड़ से लटका दिया. उसके पिता का आरोप है कि किसी ने मेरे बेटे को मार्कर गले में नारियल का रस्सी बांधकर लटका दिया.
वहीं ग्रामीणों के मुताबिक बताया जाता है कि तकरीबन चार फीट का बालक और पांच फीट की ऊंचाई पर नींबू के पौधे का टहनी यह और सनसनीखेज हत्या के पीछे एक बरी साजिश हो सकती है. वहीं गांव के एक युवक मजहर अंसारी ने बताया कि बालक का पीछे की ओर हाथ भी बंधा था और रस्सी में लटका घुटने के बल मृत पाया गया. सवाल उठता है एक तरफ 13 वर्ष बालक को नौकर बना कर रखना. घटना तकरीबन 10 बजे सुबह की है. घर के पीछे उसका शव मिलना यह भी एक संशय का सवाल खड़ा करता है.
पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मोहम्मद फूल हसन मृत बालक परिजनों से मिलकर इस हत्या की घोर निंदा करते हुए कहा कि ऐसा करने वालों को ऊपर वाला कभी माफ नहीं करेगा. पुलिस इस घटना को सीरियस लेकर इसकी जांच कर कातिल को सजा दिलाने का काम करेगी. माता संजू देवी, बहन नूतन सरिता अस्मिता और दो बड़ा भाई शिवकुमार सिकंदर का रो-रोकर हाल बुरा था. ग्रामीण जो भी वहां पहुंचते हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा देने की बात करते हुए परिजन को सांत्वना देते थे. थानाध्यक्ष ओम प्रकाश कुमार ने बताया कि सब को पुलिस कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय भेज दिया गया है. घटना के जांच कर दोषी को सख्त से सख्त सजा मिलेगी.
जीवेश तरुण की रिपोर्ट