PATNA : बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र कल से शुरू हो गया है. लेकिन, इस बीच CTET-BTET के अभ्यर्थियों का भी गुस्सा फूट पड़ा है. कल एक तरफ जहां सदन की कार्यवाही चल रही थी तो वहीं दूसरी तरफ पटना के डाकबंगला चौराहा पर CTET-BTET के अभ्यर्थियों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा था. इतना ही नहीं, जब अभ्यर्थी पुलिस की नहीं सुने तब उन पर लाठीचार्ज भी किया गया. सभी अभ्यर्थियों को खदेड़ कर भगा दिया गया. जिसके बाद उन सभी कैंडल मार्च निकाला.
इस दौरान सभी CTET-BTET के अभ्यर्थियों ने लाठीचार्ज को लेकर निंदा की. इसके साथ ही कैंडल मार्च के माध्यम से सरकार को यह संदेश देना चाहा कि सीटेट-बीटेट की विज्ञप्ति जल्द से जल्द जारी करें नहीं तो बहुत जल्द उग्र आंदोलन किया जाएगा। कैंडल मार्च के दौरान जितने भी महिला अभ्यर्थी थी, उन सभी के आंखों में आंसू छलक पड़े. उन सभी ने फूट-फूटकर रट हुए अपना दर्द बयां किया. मीडिया कर्मियों से बात करते हुए वे भावुक हो गयी. उन्होंने बिहार के शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भी आड़े हाथों लिया।
कहा कि, नौंवी पास उपमुख्यमंत्री 10 लाख रोजगार की बात करते हैं लेकिन यहां शिक्षकों पर लाठीचार्ज किया जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहीं ना कहीं बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देते हैं लेकिन यहां बेटियों को कड़ाके की ठंड में धरना स्थल पर आने को मजबूर कर देते हैं. बता दें कि, बिहार में जब से महागठबंधन की सरकार बनी है तब से एक के बाद एक नियुक्ति पत्र बांटे जा रहे हैं. हालांकि, नियुक्ति पत्र को लेकर विपक्ष कई सवाल खड़े कर रहे हैं. वहीं, अब देखने वाली बात होगी कि सीटेट-बीटेट अभ्यर्थियों की मांग कब तक पूरी होती है.
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट