द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार के बहुचर्चित 1600 करोड़ रुपए के सृजन घोटाला मामले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है. मामले में देश के नोएडा, गाजियाबाद, पुणे, रांची, बिहार के भागलपुर और पटना में कई फ्लैट को सीज किया है. साथ ही नोएडा, गाजियाबाद और भागलपुर में 18 दुकानों को भी अटैच किया है. बैंक में रखे 4.84 करोड़ रुपए के साथ कुल 14.32 करोड़ की संपत्ति को जब्त किया गया है. जिसमें 20 फ्लैट, 18 दुकान, 33 प्लॉट और एक कार सम्मिलित है.
सृजन घोटाले के बारे में बात करे तो साल 2017 के अगस्त महीने में भागलपुर के तत्कालीन जिलाधिकारी आदेश तितरमारे का साइन किया हुआ चेक बैंक ने यह कहकर वापस कर दिया कि सरकारी खाते में पर्याप्त रकम नहीं है. बैंक के इस उत्तर से तत्कालीन जिलाधिकारी हैरान हो गए. और पूरे मामले की जांच के लिए एक कमिटी का गठन किया. जांच कमिटी ने रिपोर्ट में खुलासा किया कि सरकारी खाते में रुपए नहीं है. इस रिपोर्ट को तत्कालीन जिलाधिकारी ने राज्य सरकार को सौंपा. फिर परत दर परत सृजन घोटाले की सच्चाई सामने आने लगी.
दरअसल, इस घोटाले का नाम सृजन घाटोला इसलिए पड़ा क्योंकि सरकारी विभागों की रकम सीधे विभागीय खातों में ना जाकर वहां से निकालकर सृजन महिला विकास सहयोग समिति नाम के एक NGO के छह खातों में ट्रांसफर कर दी जाती थी. फिर एनजीओ के कर्ताधर्ता जिला प्रशासन और बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से इन पैसे को इधर उधर कर देते थे. इस घोटाले ने सरकार को हिलाकर रख दिया था.