पटना : बिहार विधानसभा सीट के नतीजें के लिए 55 मतगणना केंद्रों में 414 हॉल बनाए गए हैं. इन सभी केंद्रों पर सुबह 8 बजे से मतगणना का काम शुरु होगा. सबसे पहले पोस्टल बैलेट गिने जाएंगे. इसके बाद ईवीएम के वोटों की गिनती होगी. बिहार में तीन चरणों 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को मतदान का कार्य किया गया था.एलजेपी के नेता कृष्णा सिंह कल्लू ने राजधानी पटना में वोटों की गिनती से पहले हवन पूजन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव का परिणाम आज आने वाला है. परिवर्तन के लिए लोजपा और भाजपा की सरकार बने, नीतीश मुक्त बिहार, असंभव नीतीश! असंभव नीतीश! और एक युवा सरकार के लिए हम हवन कर रहे हैं.
बिहार के गांधी मैदान के पास सुबह से सैर पर निकले और व्यायाम कर रहे लोग एक स्वर से बदलाव की बयार की बात कह रहे हैं. लोगों का कहना है कि बेरोजगारी के साथ ही शराबबंदी सही से लागू ना होना और अन्य सरकारी नीतियां भी सही नहीं रही और इस वजह से जनता बदलाव चाहती है. कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा कि 15 सालों बाद आखिरकार हमने राजद को वोट दिया है.

क्या थे बिहार में साल 2015 के नतीजे
2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी को सबसे ज्यादा 80 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं दूसरे नंबर पर नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू थी, जिसे 71 सीटें हासिल हुई थी. इसके अलावा बीजेपी को 53, कांग्रेस को 27, एलजेपी को 2, आरएलएसपी को 2, हम को 1 और अन्य के हिस्से में 7 सीटें गई थी. 2015 में नीतीश कुमार की जेडीयू, लालू प्रसाद यादव की आरजेडी और कांग्रेस ने महागठबंधन बनाकर बीजेपी, आरएलएसपी और एलजेपी के गठबंधन पर जीत हासिल की थी.
बिहार बीजेपी के प्रवक्ता मनोज यादव ने नतीजों से पहले कहा है कि अभी सिर्फ एग्जिट पोल आए हैं और पहले कई बार एग्जिट पोल गलत साबित हुए हैं. अभी हम हारे नहीं हैं. हमने बिहार के लिए जो करना था, वो किया. हमारा एलजेपी के साथ कोई गठबंधन नहीं था, हमारा गठबंधन सिर्फ जेडीयू के साथ था. हमने इस चुनाव में दो नांव की सवारी नहीं की है. हमने नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ा है.